BPSC 70th Prelims Exam Update: बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा नहीं होगी रद्द, अध्यक्ष ने दी पूरी जानकारी

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द नहीं होगी। कुछ दिन पहले 13 दिसंबर को आयोजित इस परीक्षा में कुछ अफवाहें और गड़बड़ी के आरोप लगे थे, लेकिन आयोग ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।

परीक्षा का आयोजन और दोबारा परीक्षा

13 दिसंबर को आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के बाद, कुछ छात्रों और कोचिंग संस्थानों द्वारा परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही थी, खासकर बापू परीक्षा केंद्र पर हुई परीक्षा को लेकर। इन आरोपों के अनुसार, यह अफवाह फैल रही थी कि प्रश्नपत्र को किसी कोचिंग संस्थान के मॉडल पेपर से लिया गया था। इसके बावजूद, आयोग ने पुष्टि की कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा पूरी तरह से वैध थी और इसे रद्द करने का कोई सवाल ही नहीं है।

बापू परीक्षा केंद्र पर हुई परीक्षा में केवल वही छात्र दोबारा परीक्षा देंगे, जो इस केंद्र पर उपस्थित हुए थे। इस परीक्षा का आयोजन 4 जनवरी 2025 को किया जाएगा। बाकी सभी अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी गई है। आयोग ने साफ किया कि इन छात्रों को आगामी मुख्य परीक्षा के लिए अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

सख्त कार्रवाई के संकेत

बीपीएससी ने यह भी बताया कि 13 दिसंबर को हुई परीक्षा में व्यवधान डालने के लिए 34 अभ्यर्थियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इनसे 26 दिसंबर तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है। इन उम्मीदवारों पर आरोप है कि उन्होंने परीक्षा के दौरान अव्यवस्था उत्पन्न की थी, जिससे परीक्षा की प्रक्रिया प्रभावित हुई।

इसके अलावा, प्रदर्शन में संलिप्त कुछ कोचिंग संस्थानों की पहचान की जा रही है। जिन संस्थानों ने परीक्षा के आयोजन में हस्तक्षेप किया या अफवाहों को फैलाया, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने बताया कि ऐसे कोचिंग संस्थानों की पहचान कर उन्हें सजा दी जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

आयोग का रुख

BPSC अध्यक्ष ने कहा कि 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा को दोबारा कराने की मांग अतार्किक है। आयोग ने यह भी बताया कि परीक्षा के दौरान सभी आवश्यक सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था की गई थी। बापू परीक्षा केंद्र पर 400 से अधिक वीक्षक, आवश्यक प्रशासनिक कर्मचारी, और पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसके अलावा, CCTV कैमरे भी लगाए गए थे ताकि परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।

साथ ही, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की थी। इस तरह के सुरक्षा प्रबंधों के बावजूद, कुछ लोगों ने बिना किसी ठोस आधार के परीक्षा को रद्द करने की मांग की, जिसे आयोग ने पूरी तरह से नकार दिया।

BPSC की भविष्यवाणी और सलाह

आयोग ने अभ्यर्थियों से यह भी अनुरोध किया कि वे अप्रैल 2025 में संभावित मुख्य परीक्षा की तैयारी करें और अपनी पूरी ऊर्जा इस परीक्षा की तैयारी में लगाएं। इस बीच, आयोग ने यह स्पष्ट किया कि 13 दिसंबर की परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है, और परीक्षा को पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से आयोजित किया गया था।

अंत में, बीपीएससी ने यह कहा कि परीक्षा की प्रक्रिया को बाधित करने वालों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि परीक्षा प्रणाली पर लोगों का विश्वास बना रहे।