दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला सुरंग का निर्माण कार्य शुक्रवार से आरंभ हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करगिल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिंकुला सुरंग के उत्तरी पोर्टल पर विस्फोट करके इस परियोजना का शुभारंभ किया। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की योजक परियोजना ने निर्माण कार्य की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
यह सुरंग लद्दाख और हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाली है और इसे 16,580 फुट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है। सुरंग की कुल लंबाई 4.1 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर 1,300 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सामरिक दृष्टिकोण से यह सुरंग अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाकिस्तान और चीन की सीमा तक भारतीय सेना की पहुंच को सरल बनाएगी।
इस सुरंग के निर्माण से मनाली-करगिल और मनाली-लेह मार्गों पर पूरे साल वाहनों की आवाजाही संभव हो जाएगी, जो सेना के साथ-साथ आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए भी फायदेमंद होगा। बीआरओ योजक परियोजना के प्रमुख आरके शाह ने बताया कि इस सुरंग का निर्माण तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इस सुरंग से लेह-लद्दाख की जंस्कार घाटी के निवासियों को भी लाभ मिलेगा।