ओड़ीशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान भगदड़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर दो हो गई है। रविवार को एक व्यक्ति के मरने की पुष्टि हुई थी। दूसरे के बारे में सोमवार को अधिकारियों ने जानकारी दी। अलग-अलग घटनाओं में दोनों की मौत हुई। इन हादसों में 130 श्रद्धालु घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक व्यक्ति की मौत भगदड़ में दम घुटने से हुई थी,
जबकि दूसरे व्यक्ति की रथ के पहिए के नीचे आने से जान चली गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुरी में रथयात्रा के दौरान गत रविवार को भगदड़ जैसी स्थिति में बोलांगीर जिले के एक व्यक्ति की मौत हो गई। सेंट जान एंबुलेंस सेवा के अधिकारी सुशांत कुमार पटनायक ने कहा कि जब इस व्यक्ति को एंबुलेंस में ले जाया गया तो बेहोश था और उसकी नब्ज चल रही थी, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक, झारसुगुड़ा जिले के कुकुजंघा गांव में भी रथ यात्रा के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति के कारण एक श्रद्धालु रथ खींचते समय नीचे गिर गया और रथ का पहिया उसके ऊपर से गुजर गया। गंभीर रूप से घायल इस व्यक्ति को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ओड़ीशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इन घटनाओं पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को घायल श्रद्धालुओं का बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक विजय महापात्रा ने बताया कि पुरी में रथ यात्रा के दौरान पुलिस कर्मियों सहित 130 लोग घायल हुए हैं। हालांकि, घायलों में से किसी की हालत गंभीर नहीं है।