दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2025: AAP को बड़ा झटका, केजरीवाल, सिसोदिया और सोमनाथ भारती हारे, केवल आतिशी ने बचाया अपना सीट

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) को एक बड़ा झटका लगा है। शुरुआती मतगणना के परिणामों से यह साफ हो रहा है कि पार्टी के कई प्रमुख नेता, जिनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और वरिष्ठ विधायक सोमनाथ भारती शामिल हैं, अपनी सीटें हार गए हैं। दिल्ली के मतदाताओं ने एक अप्रत्याशित फैसला सुनाया, जिससे AAP को एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि पिछले चुनावों में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था।

AAP के प्रमुख नेता हारने में सफल रहे

अरविंद केजरीवाल, जिन्होंने 2015 से दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है, अपनी सीट को बनाए रखने में सफल नहीं हो पाए। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, वह नई दिल्ली विधानसभा सीट पर हार गए हैं, जो AAP के लिए एक बड़ा झटका है। मनीष सिसोदिया, जो दिल्ली की शिक्षा सुधारों के लिए जाने जाते हैं और पार्टी के एक प्रमुख चेहरा रहे हैं, भी अपनी सीट नहीं बचा पाए।

सोमनाथ भारती, जो मॉलवीय नगर सीट से AAP के उम्मीदवार थे, भी अपनी सीट हार गए। इन हारों ने पार्टी नेतृत्व को निराश किया है, और इससे पार्टी के दिल्ली में भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

आतिशी ने अपनी सीट बचाई

हालांकि, सभी AAP नेताओं को हार का सामना नहीं करना पड़ा। आतिशी, जिन्होंने कालकाजी सीट से चुनाव लड़ा था, एकमात्र नेता हैं जिन्होंने अपनी सीट बचाई। उन्हें दिल्ली में शिक्षा क्षेत्र में किए गए उनके काम के लिए सराहा गया और उनकी निरंतर ग्राउंड लेवल पर की गई मेहनत ने उन्हें जीत दिलाई। आतिशी की जीत पार्टी के लिए कुछ राहत का कारण बनी है, हालांकि परिणाम सामान्य रूप से निराशाजनक रहे हैं।

BJP की बढ़त

चुनाव परिणामों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) कई सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, और कुछ विश्लेषकों का अनुमान है कि बीजेपी का सीट शेयर काफी बढ़ सकता है। पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं द्वारा की गई आक्रामक प्रचार-प्रसार ने दिल्ली के मतदाताओं को प्रभावित किया है, खासकर उन मुद्दों के बीच जैसे शासन, कानून-व्यवस्था और राष्ट्रीय मुद्दे।

कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर

वहीं, कांग्रेस पार्टी, जो दिल्ली की राजनीति में ऐतिहासिक रूप से एक प्रमुख ताकत रही है, इस चुनाव में ज्यादा असर नहीं छोड़ पाई। पार्टी के कुछ उम्मीदवारों ने वोट हासिल किए हैं, लेकिन पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है।

अब तक के परिणामों के अनुसार, दिल्ली की राजनीतिक स्थिति में बड़ा बदलाव आ रहा है। AAP की शुरुआती हार ने पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, BJP की बढ़त ने चुनाव को पहले से कहीं ज्यादा प्रतिस्पर्धी बना दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी अपनी बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उठा पाएगी।

चुनाव परिणाम अभी भी जारी हैं, लेकिन एक बात तो साफ है—दिल्ली की राजनीतिक स्थिति अब पहले से कहीं ज्यादा गतिशील हो गई है और सभी की नजरें इस पर होंगी कि जैसे-जैसे दिन बढ़ेगा, अंतिम परिणाम क्या होंगे।