कोलकाता महानगर में डेंगू का प्रकोप, छह माह में 112 मामले

कोलकाता, 7 जुलाई: मानसून के दस्तक देते ही राज्य में डेंगू पैर पसारने लगा है। डेंगू को लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही सभी नगर निकायों को सचेत कर दिया है। ऐसे में कोलकाता नगर निगम भी डेंगू को लेकर पूरी तरह सचेत हो चुका है। डेंगू को लेकर महानगर में अब वार्ड स्तर पर लोगों को जागरूक किया जाएगा। उधर, निगम में आयोजित ‘टाक टू मेयर’ कार्यक्रम के समाप्त होने पर मेयर फिरहाद हकीम ने संवाददाताओं को बताया कि कोलकाता में पिछले साल की तुलना में अब तक डेंगू नियंत्रित दिख रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष डेंगू के मामलों में 37 फीसद की गिरावट आई है। बताया जाता है कि पिछले साल जनवरी से जुलाई के प्रथम सप्ताह तक डेंगू के 179 मरीज मिले थे, जबकि, इस साल जुलाई के प्रथम सप्ताह तक डेंगू ने 112 लोगों को शिकार बनाया था। मेयर ने बताया कि डेंगू को लेकर आम लोगों को और अधिक सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसी सरकार व नगर निगम अकेले अपने दम पर डेंगू को मात नहीं दे सकते। ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। ऐसे में अपने आसपास पानी जमा न होने दें, क्योंकि डेंगू के लार्वा साफ पानी में ही पनपते हैं। मेयर व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि अब डेंगू शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी पांव पसार रहा है, क्योंकि गांव में शहरीकरण की वजह से लोग छतदार मकान में रह रहे हैं। ऐसे में छतों पर पानी जमने के कारण डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं। मेयर ने सप्ताह में एक दिन छत व घर के आसपास साफ-सफाई करने की अपील की है। मेयर ने बताया कि महानगर में जल्द ही डेंगू को लेकर निगम की ओर से प्रचार अभियान चलाया जाएगा।

महापौर व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि अब डेंगू शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी पांव पसार रहा है, क्योंकि गांव में शहरीकरण की वजह से लोग छतदार मकान में रह रहे हैं। ऐसे में छतों पर पानी जमने के कारण डेंगू फैलाने वाले मच्छर पनप रहे हैं।

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