शनिवार को जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के एक दूरदराज के जंगल में आतंकवादियों के साथ एक भीषण मुठभेड़ में दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए और छह जवान व दो अन्य घायल हो गए। यह मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके के अहलान गगरमांडू जंगल में उस समय हुई जब वहां आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर एक घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया गया था।
अधिकारियों के अनुसार, जंगल में छिपे आतंकवादियों ने तलाशी दलों को देखकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। इस गोलीबारी में सेना के आठ जवान घायल हो गए, जिनमें से दो की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है और आतंकवादियों को पकड़ने और उन्हें मार गिराने का अभियान जारी है।
श्रीनगर स्थित सेना की चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि भारतीय सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एक विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर कोकेरनाग में संयुक्त अभियान शुरू किया।
हालिया मुठभेड़ें और घटनाएँ
कोकेरनाग में पिछले एक साल की दूसरी बड़ी मुठभेड़: यह ताजा मुठभेड़ कोकेरनाग में पिछले एक साल में दूसरी बड़ी मुठभेड़ है। सितंबर 2023 में, कोकेरनाग के जंगल में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक कमांडिंग अफसर, एक मेजर, और एक डीएसपी शहीद हुए थे।
कुपवाड़ा और डोडा में मुठभेड़ें: 17 जुलाई को कुपवाड़ा के केरन इलाके में सेना ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया। उसी दिन डोडा में भी दो जगह मुठभेड़ हुई, जिसमें दो सैनिक घायल हुए थे।
डोडा में अन्य मुठभेड़ें: 16 जुलाई को डोडा के डेसा फोरेस्ट बेल्ट के कलां भाटा और पंचान भाटा में गोलीबारी हुई। इसके बाद, सेना ने जद्दन बाटा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी सुरक्षा शिविर बनाया।
15 जुलाई को डोडा में मुठभेड़: 15 जुलाई को डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिसकर्मी समेत पांच जवान शहीद हो गए थे।