बेंगलुरू के हॉटेलों में कुत्ते का मांश
बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला विवाद सामने आया है, जिसमें कुत्ते के मांस की आपूर्ति होटलों और रेस्तरां में की जा रही है। यह मुद्दा तब उजागर हुआ जब कार्यकर्ताओं के एक समूह ने दावा किया कि राजस्थान से बेंगलुरु में कुत्ते का मांस लाया जा रहा है, जिससे व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
बुधवार को, हिंदुत्व कार्यकर्ता पुनीत केरेहली के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बेंगलुरु के मेजेस्टिक रेलवे स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जयपुर से बेंगलुरु में कुत्ते का मांस लाया जा रहा है और अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन तब तनावपूर्ण हो गया जब कार्यकर्ताओं ने सड़क को अवरुद्ध करने की कोशिश की, जिससे पुलिस के साथ टकराव हो गया। कई प्रदर्शनकारियों, जिनमें केरेहली भी शामिल थे, को पुलिस अधिकारियों को ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
प्रदर्शनों के बाद, कर्नाटक सरकार ने आरोपित कुत्ते के मांस की आपूर्ति में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का वादा किया। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “हम किसी भी अवैध गतिविधि, जिसमें कुत्ते के मांस की आपूर्ति शामिल है, को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम लैब परिणामों के आधार पर सख्त कार्रवाई करेंगे।”
खाद्य सुरक्षा और मानक विभाग ने यह निर्धारित करने के लिए मांस के नमूने लैब परीक्षण के लिए भेजे हैं कि क्या उनमें कुत्ते का मांस शामिल है। परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे।
पशु कल्याण संगठनों ने कुत्ते के मांस की कथित आपूर्ति की निंदा करते हुए इसे “अमानवीय” और “अस्वीकार्य” बताया है। पशु कल्याण बोर्ड ऑफ इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “कुत्ते हमारे साथी हैं, भोजन नहीं। हम इस जघन्य व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।”
बेंगलुरु के होटलों और रेस्तरां ने कुत्ते के मांस परोसने के आरोपों का खंडन किया है। एक प्रमुख होटल श्रृंखला के प्रवक्ता ने कहा, “हम कुत्ते का मांस नहीं परोसते हैं, और इन आरोपों से हम स्तब्ध हैं।”
बेंगलुरु के निवासियों ने इन आरोपों पर आक्रोश व्यक्त किया है, कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कार्रवाई की मांग की है। एक निवासी ने कहा, “यह अस्वीकार्य है। हम अपने प्यारे दोस्तों के लिए न्याय की मांग करते हैं।”
बेंगलुरु में कुत्ते के मांस विवाद ने व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है, जिसमें सरकार ने कार्रवाई का वादा किया है। लैब परिणामों का इंतजार करते हुए, एक बात स्पष्ट है – बेंगलुरु के लोग किसी भी अवैध गतिविधि, जिसमें कुत्ते के मांस की आपूर्ति शामिल है, को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना ने एक व्यापक मुद्दे को उजागर किया है – ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त कानूनों और प्रवर्तन की आवश्यकता है।