राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को भी मिलेगा। उन्होंने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कहा कि देश में 25 हजार जन औषधि केंद्रों को खोलने का काम भी तेजी से चल रहा है। मुर्मू ने कहा, ‘सरकार 55 करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि अब इस क्षेत्र में सरकार एक और निर्णय लेने जा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘अब आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को भी मिलेगा।’ आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई) दुनिया की सबसे बड़ी, सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसमें देश के 12 करोड़ निम्न आय वाले परिवारों को इलाज के लिए प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। मुर्मू ने कहा कि भारत ‘आयुष’ (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) को बढ़ावा देकर एक स्वस्थ विश्व के निर्माण में मदद कर रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने भी गरीबों के जीवन की गरिमा से लेकर उनके स्वास्थ्य तक को राष्ट्रीय महत्व का विषय बनाया है और पहली बार देश में करोड़ों गरीबों के लिए शौचालय बनाए गए। उन्होंने कहा, ‘ये प्रयास हमें आश्वस्त करते हैं कि देश आज महात्मा गांधी के आदर्शों का सच्चे अर्थों में अनुसरण कर रहा है।’ मुर्मू ने कहा कि आज का भारत, दुनिया की चुनौतियां बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि दुनिया को समाधान देने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व बंधु के तौर पर भारत ने अनेक वैश्विक समस्याओं के समाधान को लेकर पहल की है। उन्होंने कहा, ‘जलवायु परिवर्तन से लेकर खाद्य सुरक्षा तक, पोषण से लेकर टिकाऊ कृषि तक हम अनेक समाधान दे रहे हैं।’ राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के मोटे अनाज ‘श्री अन्न’ की पहुंच ‘सुपरफूड’ के तौर पर दुनिया के कोने-कोने में हो, इसके लिए भी अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की पहल पर, पूरी दुनिया ने वर्ष 2023 में ‘अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष’ मनाया।