गांदरबल: आतंकवादियों के हमले में डाक्टर और छह मजदूर मारे गए, श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर सुरंग निर्माण स्थल के पास अंधाधुंध गोलीबारी

Ganderbal Doctor and six workers killed in terrorist attack

नई दिल्ली, 20 अक्तूबर। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर रविवार को आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की। इस हमले में एक डाक्टर और छह मजदूरों की मौत हो गई। आतंकवादियों ने यह हमला उस समय किया जब गांदरबल के गुंड में सुरंग परियोजना पर काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी शाम ढलने पर अपने शिविर में लौट रहे थे। दो दिन पहले शोपियां में बिहार के मजदूर की हत्या आतंकियों ने कर दी थी। गोलियों से छलनी उनका शव सड़क पर पड़ा मिला। गांदरबल में हमला करने वाले आतंकवादियों की संख्या कम से कम दो थी। उन सभी ने मजदूरों के समूह पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें स्थानीय और बाहरी लोग दोनों शामिल थे।

अधिकारियों ने बताया कि दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य और डाक्टर ने बाद में दम तोड़ दिया। जख्मी हुए पांच लोगों का इलाज चल रहा है। मारे गए व्यक्तियों की पहचान डाक्टर शाहनवाज, फहीम नजीर, कलीम, मोहम्मद हनीफ, शशि अबरोल, अनिल शुक्ला और गुरुमीत सिंह के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और हमलावरों की तलाश के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) वीके बिरदी सहित शीर्ष सुरक्षा अधिकारी स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में नागरिकों पर किया गया नृशंस आतंकवादी हमला कायरतापूर्ण घृणित कृत्य है। इस जघन्य कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें हमारे सुरक्षा बलों की ओर से कठोरतम जवाब का सामना करना पड़ेगा।”

इस बीच, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमले में हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “गगनगीर हमले में हताहतों की संख्या अंतिम नहीं है, क्योंकि स्थानीय और गैर-स्थानीय दोनों तरह के कई मजदूर घायल हुए हैं। प्रार्थना है कि घायल पूरी तरह से ठीक हो जाएं, क्योंकि अधिक गंभीर रूप से घायलों को एसकेआइएमएस, श्रीनगर भेजा जा रहा है।”

उमर अब्दुल्ला के केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद यह पहला बड़ा आतंकी हमला है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नागरिकों पर हुए जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। सिन्हा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि इस घृणित कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हमने जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सुरक्षा बलों को पूरी आजादी दी है।”

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी हमले की निंदा की। पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद गनी लोन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सोनमर्ग में दो लोगों की जान लेने वाले इस कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। यह पागलपन की हद तक है। मेरी संवेदनाएं इन दोनों परिवारों के साथ हैं। अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।”

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने हमले पर गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की घटनाएं केंद्र शासित प्रदेश में माहौल खराब करेंगी।

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