गाजियाबाद पुलिस ने डासना देवी मंदिर पर हुए हमले की साजिश का पर्दाफाश किया है। पुलिस के पास आए खुफिया इनपुट के अनुसार, तीन राजनेताओं ने पर्दे के पीछे से इस हमले की योजना बनाई थी। उन्होंने ही लोगों को मंदिर पर हमले के लिए उकसाया और मौके पर भेजा।
सुरक्षा बढ़ाई गई
इस घटना के बाद, डासना देवी मंदिर की सुरक्षा को और सख्त कर दिया गया है। पहले 25 पुलिसकर्मी तैनात थे, अब उनकी संख्या बढ़ाकर 50 कर दी गई है। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि मंदिर परिसर में कोई अनहोनी न हो।
पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला
महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद बवाल मच गया था। 4 अक्टूबर की रात, सैकड़ों लोग डासना देवी मंदिर के बाहर इकट्ठा हुए और यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। जब पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, तो उन पर पथराव किया गया।
विधायक की एनकाउंटर की मांग
भाजपा नेत्री डॉ. उदिता त्यागी और विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भीड़ द्वारा मंदिर पर हुए हमले को सनातन धर्म पर हमला बताया और हमलावरों के एनकाउंटर की मांग की। गुर्जर ने कहा कि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की, जिससे एक बड़ी घटना टल गई।
पुलिस की सक्रियता
पुलिस ने इन तीन राजनेताओं की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी है और उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। साथ ही, सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वालों की पहचान की जा रही है और उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की अशांति फैलाने की कोशिशों को रोकने के लिए वह सख्त कदम उठाएगी।