हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसने पिछले साल भारतीय शेयर बाजार में तूफान ला दिया था, एक बार फिर चर्चा में है। शनिवार की सुबह कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया, जिसमें लिखा था, “भारत में कुछ जल्द ही बड़ा।” इस पोस्ट ने एक बार फिर से बाजार में हलचल मचा दी है और सवाल उठने लगे हैं कि अडानी के बाद अगला बड़ा खुलासा कौन सा होगा।
अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके परिणामस्वरूप अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ग्रुप की कंपनियों की मार्केट वैल्यू 86 बिलियन डॉलर तक घट गई थी और उनके विदेशों में लिस्टेड बॉंड की बिक्री भी बढ़ गई थी।
सेबी की जांच और किंगडन कैपिटल
हाल ही में, मार्केट रेगुलेटर सेबी ने हिंडनबर्ग और न्यूयॉर्क के हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के बीच संबंधों को लेकर एक नई रिपोर्ट जारी की है। सेबी के अनुसार, हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से दो महीने पहले ही किंगडन के साथ साझा किया था, जिससे किंगडन कैपिटल ने रणनीतिक ट्रेडिंग के माध्यम से लाभ कमाया।
सेबी की रिपोर्ट में बताया गया है कि किंगडन कैपिटल ने अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों पर शॉर्ट पोजीशन लेने के लिए 43 मिलियन डॉलर ट्रांसफर किया और इस पोजीशन से 22.25 मिलियन डॉलर का लाभ कमाया। इस दौरान, अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 3422 रुपये से घटकर 1404.85 रुपये पर आ गए थे, यानी 59 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
हिंडनबर्ग की चेतावनी का असर
हिंडनबर्ग की ताजा चेतावनी ने निवेशकों और विश्लेषकों के बीच आशंका पैदा कर दी है कि कहीं फिर से कोई बड़ा खुलासा होने वाला है। हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट ने बड़े वित्तीय संकट को जन्म दिया था, और अब उनकी नई चेतावनी ने बाजार में एक बार फिर से अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है।
हिंडनबर्ग की नई चेतावनी ने भारतीय शेयर बाजार में एक नई हलचल पैदा कर दी है। अडानी ग्रुप के मामले के बाद अब यह देखा जाना होगा कि हिंडनबर्ग का अगला निशाना कौन होगा और इसका भारतीय बाजार पर क्या प्रभाव पड़ेगा।