अभिषेक शर्मा की शानदार शतकीय पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में जिम्बाब्वे को 100 रन से हरा दिया। साथ ही भारत ने इस जीत के साथ श्रृंखला को 1-1 से बराबर किया। बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण पहले मैच में मिली 13 रन की हार से वापसी करते हुए भारत ने अभिषेक के आठ छक्के और सात चौके की मदद से लगाए गए शतक से रविवार को टास जीतकर बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट पर 234 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह टी20 अंतरराष्ट्रीय में जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत का सर्वोच्च स्कोर है, इससे पहले सर्वोच्च स्कोर 186 रन का था। भारत ने फिर मुकेश कुमार (37 रन देकर तीन विकेट), आवेश खान (15 रन देकर तीन विकट) और रवि बिश्नोई (11 रन देकर दो विकेट) की शानदार गेंदबाजी से जिम्बाब्वे को 18.4 ओवर में 134 रन पर समेट दिया। भारत ने इस तरह टी20 में जिम्बाब्वे के खिलाफ सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की। जिम्बाब्वे के लिए सलामी बल्लेबाज वेस्ले माधेवेरे ने 43 रन, ल्यूक जोंगवे ने 33 रन और ब्रायन बेनेट ने 26 रन की पारी खेली। इनके अलावा जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कैंपबेल के बेटे जोनाथन कैंपबेल (10 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे। पिछले मैच में पदार्पण के दौरान चार गेंद में शून्य पर आउट होने वाले अभिषेक ने सूझबूझ से खेलते हुए ऋतुराज गायकवाड़ (47 गेंद में नाबाद 77 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 137 रन की साझेदारी निभाई। साथ ही रिंकू सिंह ने 22 गेंद में पांच छक्के की मदद से नाबाद 48 रन की पारी खेली। गायकवाड़ और रिंकू ने तीसरे विकेट के लिए नाबाद 87 रन की भागीदारी निभाई। वेलिंगटन मास्काजा और ब्लेसिंग मुजारबानी को एक-एक विकेट मिला। अभिषेक को 27 रन पर जीवनदान मिला जब मास्काजा ने ल्यूक जोंगवे की गेंद पर उनका कैच छोड़ दिया। इसके बाद इस भारतीय बल्लेबाज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। अभिषेक ने अपने अंतरराष्ट्रीय रन का खाता आफ स्पिनर ब्रायन बेनेट की गेंद पर छक्का लगाकर खोला। उन्होंने डियोन मेयर्स की गेंद पर स्क्वायर के पीछे छक्का जड़कर अर्धशतक पूरा किया। मेयर्स के एक ओवर में बने 28 रन के बाद भारतीय पारी ने तूफानी रफ्तार पकड़ी। प्रतिद्वंद्वी कप्तान सिकंदर रजा की गेंद पर लगा अभिषेक का छक्का सबसे आकर्षक रहा। उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर मास्काजा पर लगातार तीन छक्के जड़े और फिर अपना शतक पूरा करते ही उनकी गेंद पर आउट हो गए। डग आउट में लौटने पर उन्हें कप्तान और उनके मित्र शुभमन गिल ने बधाई दी। अभिषेक की पारी का सबसे अच्छी चीज ‘गियर’ बदलना रही। भारत ने पहले 10 ओवर में एक विकेट पर 74 रन बनाए। फिर अगले पांच ओवर में टीम ने युवराज सिंह के शिष्य की बदौलत 78 रन जोड़े। खराब क्षेत्ररक्षण का भी जिम्बाब्वे को नुकसान पहुंचा, जिन्होंने गायकवाड़ का कैच भी छोड़ दिया था। इसके बाद गायकवाड़ और रिंकू ने 36 गेंद में 87 रन की भागीदारी निभायी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की शुरुआत अच्छी नहीं रही जिसने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए।
अभिषेक ने मैच के बाद कहा कि मुझे लगा कि अगर आज आपका दिन है तो फिर आपको खुद को अभिव्यक्त करना चाहिए। जीवन दान मिलने के बाद मैंने सोचा कि आज मेरा दिन है और मुझे जिम्मेदारी उठानी चाहिए। ऋतुराज ने मुझे सहज बनाए रखने में मदद की।
भारत ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दो विकेट पर 234 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में जिम्बाब्वे 18.4 ओवर में 134 रन ही बना पाया। अभिषेक ने सूझबूझ से खेलते हुए ऋतुराज गायकवाड़ (47 गेंद में नाबाद 77 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 137 रन की साझेदारी पूरी की। रिकू सिंह ने 22 गेंद में नाबाद 48 रन की पारी खेली। गायकवाड़ और रिंकू ने तीसरे विकेट के लिए 87 रन की भागीदारी निभाई।