रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार शाम को अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें 66 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस सूची में कई दिग्गज नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, मधु कोड़ा और अर्जुन मुंडा की पत्नियों को भी चुनावी मैदान में उतारा गया है।
चंपाई सोरेन को मिला सरायकेला से टिकट
भाजपा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया है। चंपाई सोरेन ने अगस्त 2024 में JMM से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा था। सरायकेला उनकी पारंपरिक सीट मानी जाती है, जहां से वे कई बार जीत हासिल कर चुके हैं। उनके बेटे बाबूलाल सोरेन को भी पार्टी ने घाटशिला से उम्मीदवार घोषित किया है।
मधु कोड़ा और अर्जुन मुंडा की पत्नियों को भी मौका
भाजपा की इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को जगन्नाथपुर से टिकट दिया गया है। गीता कोड़ा इससे पहले लोकसभा चुनावों में सिंहभूम सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं। इसी प्रकार अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका विधानसभा सीट से मैदान में उतारा गया है।
बाबूलाल मरांडी और सीता सोरेन भी मैदान में
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी को धनवार से टिकट मिला है। इसके अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और JMM नेता सीता सोरेन को जामताड़ा से प्रत्याशी बनाया गया है। लोकसभा चुनावों में हार का सामना कर चुकीं सीता सोरेन को इस बार विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अवसर दिया है।
महिलाओं को दिया गया खास महत्व
भाजपा ने अपनी पहली सूची में महिलाओं को भी खास स्थान दिया है। कुल 66 उम्मीदवारों में से 12 महिलाओं को टिकट दिया गया है, जिनमें प्रमुख नाम गीता कोड़ा, मीरा मुंडा, और सीता सोरेन का है। पार्टी ने यह कदम महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए उठाया है, जो भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण चुनावी एजेंडा है।
लोकसभा चुनाव में हारे चेहरों को फिर से मौका
इस बार भाजपा ने लोकसभा चुनाव में हारने वाले चेहरों को विधानसभा चुनाव में मौका देने का निर्णय लिया है। गीता कोड़ा, जो सिंहभूम से लोकसभा चुनाव हारी थीं, उन्हें जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। इसी तरह, सीता सोरेन को लोकसभा में दुमका से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्हें जामताड़ा से विधानसभा चुनाव लड़ने का अवसर दिया गया है।
NDA में सीटों का बंटवारा पूरा, आजसू को मिली 10 सीटें
भाजपा के नेतृत्व वाले NDA ने झारखंड में सीटों का बंटवारा भी कर लिया है। भाजपा 68 सीटों पर, आजसू 10 सीटों पर, जेडीयू 2 सीटों पर और लोजपा (रामविलास) 1 सीट पर चुनाव लड़ेगी। नीतीश कुमार की जेडीयू को जमशेदपुर पश्चिम और तमाड़ सीटें दी गई हैं, जबकि चिराग पासवान की लोजपा को चतरा सीट मिली है।
पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को
चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, झारखंड में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 13 नवंबर 2024 को होगा। इस चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 25 अक्टूबर तक चलेगी, जबकि पर्चों की जांच 28 अक्टूबर को की जाएगी। उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा, जिसमें नामांकन की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर रखी गई है। झारखंड विधानसभा की कुल 81 सीटों के लिए 23 नवंबर को मतगणना होगी और उसी दिन चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।
झारखंड विधानसभा की संरचना
झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं, जिनमें से 44 अनारक्षित, 28 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और 9 अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिलाएं शामिल हैं। इस चुनाव में 11.84 लाख युवा पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार कई सीटें हॉट मानी जा रही हैं, जिनमें से 25 सीटों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी कैबिनेट के मंत्री और विपक्ष के बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बरहेट सीट पर भी चुनावी माहौल गरम है।
इस बार का चुनाव भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच एक कड़े मुकाबले का संकेत दे रहा है, जहां दोनों पार्टियां राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही हैं। NDA और महागठबंधन के बीच यह संघर्ष राज्य की राजनीति को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।