गुरुवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले के मदयान इलाके में एक गुस्साई भीड़ ने कुरान के अपमान के आरोप में एक व्यक्ति को जिंदा जला दिया। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, इस घटना में 8 लोग घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, मारे गए व्यक्ति का नाम मोहम्मद इस्माइल था, जो मदयान घूमने आया था। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन कुरान के कथित अपमान की खबर तेजी से फैल गई।
पुलिस स्टेशन पर हमला और संदिग्ध की हत्या
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कुछ ही देर बाद गुस्साई भीड़ ने पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया और मोहम्मद इस्माइल को अपने साथ ले गई। इस दौरान भीड़ ने पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने पहले मोहम्मद इस्माइल की जमकर पिटाई की और इसका वीडियो बनाया। भीड़ ने उसे तब तक मारा जब तक वह अधमरा न हो गया। इसके बाद भीड़ में से कुछ लोग ज्वलनशील पदार्थ लाए और इस्माइल पर डालकर उसे जला दिया। इस्माइल लगातार चिल्लाता रहा कि उसने कुछ नहीं किया, पर भीड़ ने उसकी एक न सुनी। जब तक वह मर नहीं गया, भीड़ वहां से नहीं हटी। बाद में इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
सुरक्षा बल तैनात और मुख्यमंत्री की अपील
इस घटना के बाद पूरे इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संज्ञान लिया है और पुलिस से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आपातकालीन कदम उठाने का आदेश दिया है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने पूरी घटना को पागलपन करार दिया। उन्होंने एक पोस्ट में इसकी आलोचना करते हुए लिखा कि “आज हम एक समाज के रूप में आत्महत्या करने पर तुले हुए हैं।”
इस घटना ने पाकिस्तान में धार्मिक असहिष्णुता और भीड़तंत्र के खतरनाक प्रभावों को उजागर कर दिया है, जिससे समाज में भारी चिंता और आक्रोश फैल गया है।