इटावा में एक दुखद घटना ने सबको चौंका दिया। 45 वर्षीय राममिलन ने अपने परिवार के द्वारा शादी नहीं कराए जाने के कारण आत्महत्या का प्रयास किया। वह रेलवे ट्रैक पर लेट गया, लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी कि ट्रेन के लोको पायलट ने समय पर ब्रेक लगाकर उसकी जान बचाई।
घटना का विवरण:
यह घटना इटावा के भरथना रेलवे स्टेशन के पूर्वी क्रासिंग 20बी के पास अप लाइन की है। रविवार की शाम चार बजे के करीब यह घटना घटी।
राममिलन ट्रेन की पटरियों पर लेट गया। जब ट्रेन संख्या 15483 सुपर फास्ट महानंदा एक्सप्रेस ने ट्रैक पर उसे देखा, तो लोको पायलट ने हार्न बजाकर उसे चेतावनी दी। इसके बावजूद, राममिलन नहीं हटा और ट्रेन को रोकना पड़ा।
ट्रेन के रुकने के बाद भी, राममिलन ट्रेन के इंजन की चपेट में आ गया और घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
राममिलन ने बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही है और इसके कारण वह अत्यंत दुखी है। वह अपने परिवार से निराश है और महसूस करता है कि उसकी शादी न कराने के कारण उसकी ज़िन्दगी अधूरी है। उसकी एकाकी जिंदगी और नींद की कमी ने उसे आत्महत्या के विचार की ओर धकेल दिया।
लोको पायलट, आरपीएफ और जीआरपी जवानों ने राममिलन की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें ट्रेन के नीचे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर से सामाजिक मुद्दों और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर किया है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो अकेलेपन और पारिवारिक दबावों का सामना कर रहे हैं।