अमेरिकी अंतरिक्ष एजंसी नासा ने कहा कि वह लागत में वृद्धि और प्रक्षेपण में देरी होने के कारण, पानी की खोज के लिए चंद्रमा पर रोवर भेजने के मिशन को रद्द कर रहा है। अंतरिक्ष एजंसी ने बुधवार को कहा कि ‘वाइपर’ रोवर को ‘एस्ट्रोबोटिक टेक्नोलाजी’ द्वारा उपलब्ध कराए गए एक लैंडर के जरिए 2023 के अंत तक प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन अतिरिक्त परीक्षण और लागत बढ़ने के कारण इस मिशन में देरी होती रही जिससे अन्य परियोजनाओं पर खतरा मंडराने लगा है। नासा ने बताया कि रोवर का उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर खोजबीन करना था। इसके विकास पर अभी तक करीब 45 करोड़ डालर खर्च किए जा चुके हैं। अपोलो 11 मिशन की 55वीं वर्षगांठ से कुछ दिन पहले यह घोषणा की गई है। अपोलो 11 नील आर्मस्ट्रांग और बज आल्ड्रिन को लेकर 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर पहुंचा था।