हरियाणा के नामित मुख्यमंत्री नायब सैनी आज दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 1:15 बजे पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे, और 18 राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस आयोजन में उपस्थित रहेंगे।
कौन होगा शामिल? अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी (केंद्र शासित प्रदेश), राजस्थान, सिक्किम, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री इस समारोह में शामिल होंगे। भाजपा के राज्य मीडिया प्रभारी अरविंद सैनी के अनुसार, राजनीतिक हस्तियों के साथ-साथ खिलाड़ी, उद्योगपति, डॉक्टर, वकील और सामाजिक कार्यकर्ता भी समारोह में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में लगभग 50,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
नायब सैनी के साथ 11 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं नायब सैनी के साथ 11 विधायकों के मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। संभावित मंत्रियों में राव नरबीर, आरती राव, श्रुति चौधरी, रणबीर गंगवा, कृष्ण लाल मिड्ढा, रामकुमार गौतम, महिपाल ढांडा, अनिल विज, श्याम सिंह रादौर, विपुल गोयल और मूलचंद शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा, विधायक राजेश नागर का नाम भी संभावित है।
विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने गए नायब सैनी को 16 अक्टूबर को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। पंचकूला के भाजपा कार्यालय में हुई बैठक में केंद्रीय नेतृत्व से गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित थे। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बरोली ने विधायक कृष्ण बेदी को नायब सैनी के नाम की पर्ची सौंपी, जिसे बेदी ने घोषणा की और विधायक अनिल विज ने समर्थन किया। अमित शाह ने इसके बाद नायब सैनी को विधायक दल का नेता घोषित किया। इसके बाद अमित शाह और नायब सैनी ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शपथ ग्रहण समारोह के लिए पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में बड़ी तैयारियां की गई हैं:
- दो मंच तैयार किए गए समारोह के लिए दो मंच बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी शपथ वाले मंच पर बैठेंगे, जहां गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और तीन अन्य केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, राव इंद्रजीत सिंह और मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित रहेंगे। दूसरे मंच पर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बरोली और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता मौजूद रहेंगे।
- समितियों और अधिकारियों की तैनाती इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए 40 समितियों का गठन किया गया है, और 35 आईएएस अधिकारियों को विशेष प्रोटोकॉल अधिकारियों के रूप में तैनात किया गया है। करीब 1,000 वॉलंटियर्स भी तैनात रहेंगे।
- पंडाल में विशेष ब्लॉक समारोह के लिए पंडाल में आठ विशेष ब्लॉक्स तैयार किए गए हैं, जहां विभिन्न श्रेणियों के लोगों को बैठाया जाएगा। इसमें खाप पंचायतों के प्रतिनिधि, प्रगतिशील किसान, उद्योग जगत के प्रमुख लोग, भाजपा पदाधिकारी और बूथ स्तर के कार्यकर्ता शामिल होंगे।
- परिवहन व्यवस्था प्रदेश भर से लोगों को लाने के लिए लगभग 2,500 बसों की व्यवस्था की गई है। राज्य के हर जिले से पंचकूला के लिए रोडवेज की बसें चलेंगी, और अतिरिक्त प्राइवेट बसें भी किराए पर ली गई हैं। प्रत्येक बस में खाने की व्यवस्था के लिए एक प्रबंधक भी नियुक्त किया गया है।
नायब सैनी का मुख्यमंत्री बनने का सफर 25 जनवरी 1970 को अंबाला के मिजापुर माजरा गांव में एक साधारण OBC परिवार में जन्मे नायब सिंह सैनी की राजनीतिक यात्रा बेहद प्रेरणादायक रही है। उन्होंने बिहार के बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से स्नातक और मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की। उनकी राजनीतिक यात्रा का महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब वह RSS से जुड़े और बाद में भाजपा के एक प्रमुख नेता बन गए।
नायब सैनी की सरलता और दृढ़ निश्चय ने उन्हें जनता के नेता के रूप में लोकप्रियता दिलाई, और आज दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए वह अपनी राजनीतिक यात्रा में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रहे हैं।