गुरुवार को संसद की स्थायी समितियों का गठन किया गया, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इस बार वित्त समिति का नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बी महताब करेंगे, जो कि एक प्रमुख पद है। विदेश मामलों की समिति का जिम्मा कांग्रेस के शशि थरूर को सौंपा गया है, वहीं गृह मामलों की समिति की बागडोर भाजपा के राधा मोहन दास अग्रवाल के हाथ में होगी।
दिलचस्प बात यह है कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को रक्षा समिति का सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा, फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को संचार और सूचना प्रौद्योगिकी समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। कुल मिलाकर, 24 स्थायी समितियों का गठन किया गया है।
इन समितियों में सभी दलों का प्रतिनिधित्व है, और ये समितियां विभिन्न मंत्रालयों के कार्यों पर नजर रखने का काम करती हैं। राज्यसभा सचिवालय ने इस संबंध में एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी की है। रक्षा समिति का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह करेंगे, जबकि गृह मामलों की समिति का नेतृत्व भाजपा के राधा मोहन दास अग्रवाल करेंगे।
सोनिया गांधी का नाम किसी भी समिति में शामिल नहीं है, और भाजपा के प्रमुख सहयोगी दल जैसे तेलुगू देशम पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रतिनिधियों को भी समितियों का नेतृत्व सौंपा गया है। राकांपा के सुनील तटकरे पेट्रोलियम समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बारणे ऊर्जा समिति का नेतृत्व करेंगे। शिक्षा समिति की कमान कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के हाथों में होगी।
जद (यूनाइटेड) के संजय झा परिवहन और पर्यटन समिति के अध्यक्ष होंगे, और तेलुगू देशम पार्टी के मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी आवास एवं शहरी मामलों की समिति का नेतृत्व करेंगे। कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी और सप्तगिरि उलाका को क्रमशः कृषि और ग्रामीण विकास समितियों की अध्यक्षता दी गई है। द्रमुक के तिरुचि शिवा और कनिमोझी क्रमशः उद्योग और खाद्य वितरण समितियों का नेतृत्व करेंगे।
कुल 24 स्थायी समितियों में से 11 का नेतृत्व भाजपा के सदस्यों को मिला है, जबकि सहयोगी दलों को चार समितियों का नेतृत्व सौंपा गया है। कांग्रेस के नेता चार समितियों के अध्यक्ष होंगे, और द्रमुक तथा तृणमूल कांग्रेस के सांसद दो-दो समितियों का नेतृत्व करेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और राजीव प्रताप रूडी को क्रमशः कोयला और जल संसाधन समितियों की अध्यक्षता सौंपी गई है। भाजपा के निशिकांत दुबे को संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि कंगना रनौत भी इसी समिति की सदस्य हैं। स्वास्थ्य समिति की अध्यक्षता समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव करेंगे, जबकि तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन वाणिज्य समिति की अध्यक्षता करेंगी।
भाजपा के बृजलाल को कार्मिक, लोक शिकायत और विधि एवं न्याय समिति की अध्यक्षता दी गई है, जिसमें पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और बार काउंसिल के अध्यक्ष मनन मिश्रा सदस्य हैं। भाजपा के भुवनेश्वर कालिता और बसवराज बोम्मई क्रमशः विज्ञान और श्रम संबंधी समितियों का नेतृत्व करेंगे। सामाजिक न्याय समिति का नेतृत्व भाजपा के पीसी मोहन करेंगे, जबकि रेलवे समिति का कार्यभार सी एम रमेश संभालेंगे।