रूसी सेना की नई जीत: यूक्रेन के 420 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा, एक और शहर पर लहराया झंडा

New victory of Russian army 420 square kilometers of Ukraine captured, flag hoisted on another city
New victory of Russian army 420 square kilometers of Ukraine captured, flag hoisted on another city

रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में एक नया मोड़ आया है। रूसी सेना ने हाल ही में यूक्रेन के 420 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है। इसके साथ ही, रूसी बलों ने एक और यूक्रेनी शहर को अपने कब्जे में ले लिया है। यह स्थिति कीव की ओर बढ़ते हुए रूसी सेना के लगातार आक्रमण का हिस्सा है।

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को ढाई साल से अधिक समय हो चुका है और संघर्ष की कोई ठोस समाप्ति नहीं आई है। अमेरिका और यूरोपीय देशों की सहायता से यूक्रेन ने रूस के खिलाफ मजबूती से प्रतिरोध किया था, लेकिन हाल के महीनों में रूस की रणनीतियों के खिलाफ यूक्रेनी प्रयासों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 14 जून से लेकर अब तक रूसी बलों ने यूक्रेन के 420 वर्ग किलोमीटर इलाके पर कब्जा कर लिया है और पूर्वी यूक्रेन के एक और शहर पर भी नियंत्रण स्थापित कर लिया है।

22 फरवरी 2022 को जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था, पुतिन को उम्मीद नहीं थी कि युद्ध इतना लंबा चलेगा और इसके लिए उन्हें अपने सैनिकों की इतनी बड़ी संख्या में बलि चढ़ानी पड़ेगी। अमेरिका और यूरोपीय देशों की मदद से यूक्रेन ने कई बार रूस को चुनौती दी है। पुतिन के लिए यह युद्ध बहुत कठिन साबित हो रहा है, और उन्होंने कई बार अमेरिका को परमाणु हमलों की धमकी दी है, लेकिन रूसी सेना ने लगातार हमले जारी रखे हैं। बदलती रणनीतियों और विस्फोटक हथियारों की सहायता से रूस ने यूक्रेन पर दबाव बनाए रखा है।

हाल की रिपोर्टों के अनुसार, रूस की सैन्य सफलता की एक कीमत भी है। जून और जुलाई के महीनों में रूस ने अपनी बड़ी संख्या में सैनिकों को खोया है। हर दिन औसतन 1000 रूसी सैनिक युद्ध में मारे जा रहे हैं, और अगस्त के पहले सप्ताह में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।

खारकीव क्षेत्र में मंगलवार को हुए रूसी मिसाइल हमले में एक अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गया और कम से कम पांच लोग घायल हुए हैं। गवर्नर ओलेह सिनीहुबोव ने बताया कि हमले में इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया गया, जिससे दर्जनों कारों, आवासीय भवनों और कुछ प्रशासनिक भवनों को भी नुकसान पहुंचा है।

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