म्यूचुअल फंड में फ्रंट रनिंग चिंता करने की जरूरत नहीं

हाल ही में, भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग में फ्रंट रनिंग के मामले सामने आए हैं, जिससे कई निवेशकों के मन में चिंता और भय उत्पन्न हुआ है. इस मुद्दे पर पूनम सिक्योरिटीज के निदेशक प्रवीण मुरारका ने कहा कि यह चिंता अनावश्यक है और निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि फ्रंट रनिंग एक ऐसी प्रथा है जिसमें कोई व्यक्ति गोपनीय जानकारी का उपयोग करके अपने लिए या किसी अन्य के लिए अनुचित लाभ प्राप्त करता है. म्यूचुअल फंड के संदर्भ में, यह आमतौर पर तब होता है, जब कोई फंड मैनेजर या अन्य अंदरुनी व्यक्ति फंड की खरीद या विक्री के निर्णयों के बारे में प्राप्त जानकारी का उपयोग करके अपने निजी लाभ के लिए ट्रेड करता है. श्री मुरारका ने कहा, हालांकि फ्रंट रनिंग अनैतिक और गैरकानूनी है, इसका प्रभाव अधिकांश निवेशकों पर नगण्य होता है. इसलिए फ्रंट रनिंग की खबरों से घबराएं नहीं. याद रखें, इसका आप पर सीधा प्रभाव नहीं है. म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान देना चाहिए, छोटी अवधि की उथल-पुथल से प्रभावित न हों. अपने निवेश के जोखिम को कम करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को विविधता बनाए रखें. श्री मुरारका ने कहा कि अभी जो क्वांट म्यूचुअल फंड में फ्रंट रनिंग की बात सामने आयी है, उससे निबटने के लिए नियामक संस्थाएं काम कर रहीं हैं. निवेशकों के हित सुरक्षित हैं. निवेशकों को लंबी अवधि की निवेश रणनीति पर ध्यान केंद्रित करते हुए म्यूचुअल फंड में निवेश बनाए रखना चाहिए क्योंकि विविधीकरण और पेशेवर प्रबंधन के लाभों के कारण छोटे निवेशकों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बना हुआ है.

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