भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ओम बिरला को बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। वे दूसरी बार यह उत्तरदायित्व संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं कभी किसी सदस्य के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहता लेकिन आप भी संसदीय परंपराओं का ध्यान रखें। संसद और सड़क के विरोध में अंतर होना चाहिए। विरोध के तरीके को संसद की मर्यादा के अनुरूप अपनाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अध्यक्ष पद के लिए बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव को प्रोटेम स्पीकर (कार्यवाहक अध्यक्ष) भर्तृहरि महताब ने सदन में मतदान के लिए रखा और इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस सांसद कोडिकुन्नील सुरेश को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन सदन में मत-विभाजन कराने पर जोर नहीं दिया। इसके बाद कार्यवाहक अध्यक्ष महताब ने बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। इस दौरान बिरला सदन में अग्रिम पंक्ति में बैठे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरला के पास जाकर उन्हें बधाई दी। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी बिरला को बधाई दी और प्रधानमंत्री मोदी से भी हाथ मिलाया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू, बिरला को अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं ने बिरला को बधाई दी। विपक्ष के नेताओं ने उम्मीद जताई कि उन्हें सदन में जनता की आवाज उठाने का पर्याप्त समय मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि उनकी अध्यक्षता में 18वीं लोकसभा देश के नागरिकों के सपनों को सफलतापूर्वक पूरा करेगी। मोदी ने कहा कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं, यह इस सदन का सौभाग्य है। अठारहवीं लोकसभा में अध्यक्ष का कार्यभार दूसरी बार संभालना, अपने आप में एक नया कीर्तिमान है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृतकाल के इस महत्त्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होना बहुत बड़ा दायित्व है। हम सबका विश्वास है कि आने वाले पांच साल में आप हमारा मार्गदर्शन करेंगे और देश की आकांक्षाओं तथा अपेक्षाओं को पूरा करने में आपकी बड़ी भूमिका रहेगी। मोदी ने वर्तमान लोकसभा के लिए भी बिरला के अध्यक्ष चुने जाने के संदर्भ में कहा, ‘आप तो सफल होने ही वाले हैं लेकिन आपकी अध्यक्षता में 18वीं लोकसभा बहुत सफलतापूर्वक देश के नागरिकों के सपनों को पूरा करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोकसभा अध्यक्ष होते थे, वे या तो चुनाव नहीं लड़ते थे, या जीतकर नहीं आते थे, लेकिन बिरला चुनाव फिर से जीतकर आए हैं और उन्होंने एक नया इतिहास रचा है। मुझे विश्वास है कि आप हर कदम पर नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपके दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने पर पूरे विपक्ष की ओर से, इंडिया गठबंधन की ओर से आपको बधाई देना चाहता हूं।’ गांधी ने कहा कि अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं। निस्संदेह, सरकार के पास सत्ता की शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है।’ उनका कहना था कि विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग करेगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि विपक्ष को सदन के अंदर लोगों की आवाज उठाने का मौका मिले। आशा है कि हमें अपनी आवाज उठाने, भारत के लोगों की आवाज उठाने का मौका मिलेगा। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिरला को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनका ‘अंकुश’ विपक्ष के साथ साथ सत्तापक्ष पर भी रहेगा तथा निष्कासन जैसी कार्रवाई नहीं होगी। लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद बिरला ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि सभी सदस्यों को संसदीय परंपराओं के अनुरूप सामूहिक रूप से राष्ट्रहित के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे पुनः इस महान सदन के पीठासीन अधिकारी के रूप में दायित्व निर्वहन करने का अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रिपरिषद, सभी दलों के नेताओं और सभी सदस्यों का हार्दिक आभार । प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी है और पिछले एक दशक में देश की जनता की अपेक्षाएं, आशाएं और आकांक्षाएं बढ़ी हैं। हम सबका दायित्व हो जाता है कि जनता की आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हम सामूहिक प्रयास करें। हम रचनात्मक चिंतन और नूतन विचारों के साथ काम करें। उच्चकोटि की संसदीय परंपराएं स्थापित हों। पक्ष, विपक्ष की मर्यादित सहमति- असहमति की अभिव्यक्ति हो। देश में ज्वलंत मुद्दों पर सार्थक चर्चा, संवाद हो। हम विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की इच्छाशक्ति के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि व्यवधान लोकसभा की परंपरा का हिस्सा नहीं है और उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में उन्हें कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करनी पड़ेगी।
प्रधानमंत्री ने अध्यक्ष पद के लिए बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया
आप (ओम बिरला) दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं, यह इस सदन का सौभाग्य है। 18वीं लोकसभा में अध्यक्ष का कार्यभार दूसरी बार संभालना, अपने आप में एक नया कीर्तिमान है। आपको और पूरे सदन को मेरी तरफ से बधाई और शुभकामनाएं। – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री “
अध्यक्ष महोदय, यह सदन भारत के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और आप उस आवाज के संरक्षक हैं। विपक्ष सदन चलाने में पूरा सहयोग करेगा, लेकिन यह भी जरूरी है कि विपक्ष को सदन के अंदर लोगों की आवाज उठाने का मौका मिले। – राहुल गांधी, नेता प्रतिपक्ष