कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर पुलिस का वह आदेश भारतीय तहजीब पर हमला और ‘मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार का सामान्यीकरण करने’ का प्रयास है, जिसके तहत कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित भोजनालयों से उनके मालिकों का नाम प्रदर्शित करने को कहा गया है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि भारत की तहजीब को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा पर अंकुश लगाना होगा। मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों का नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया है, ताकि भ्रम की स्थिति से बचा जा सके। विपक्षी दल इस आदेश को समुदाय विशेष के व्यापारियों को निशाना बनाने के प्रयास के तौर पर देख रहे हैं। खेड़ा ने एक वीडियो जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश में नया फरमान आया है कि कांवड़ यात्रा के रास्ते के दुकानदारों को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। इसके पीछे की मंशा यह पता करना है कि हिंदू कौन है, मुसलमान कौन है। हो सकता है कि जाति के बारे में पता करना हो। यह पता करने की मंशा भी हो कि दलित कौन है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कदम के पीछे का मकसद मुसलमानों के आर्थिक बहिष्कार करने का सामान्यीकरण करना है।