जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) द्वारा आयोजित उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2022 में प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में कथित मुख्य सरगना की गिरफ्तारी के करीब तीन सप्ताह बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक अन्य भगोड़े आरोपी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि आरोपी को दोपहर में विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया जिसने उसे पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। हरियाणा में महेंद्रगढ़ जिले के लहरोदा निवासी अनिल कुमार (31) को ईडी की जम्मू शाखा ने बुधवार को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया। गुरुवार दोपहर को जम्मू स्थित भ्रष्टाचार रोधी विशेष अदालत (सीबीआइ ईडी के मामलों की) के समक्ष पेश किया जिसने उसे पांच दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। ईडी की जांच में खुलासा हुआ कि कुमार मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है और अपराध के दौरान उम्मीदवारों से प्राप्त आय का लाभार्थी है। 24 जून को ईडी ने हरियाणा निवासी 43 वर्षीय यतिन यादव को गिरफ्तार किया था। यादव कथित तौर पर इस प्रश्नपत्र लीक मामले का सरगना है। एजंसी ने यादव की बैंक में जमा करीब एक करोड़ रुपए की राशि भी पीएमएलए के प्रावधानों के तहत जब्त कर ली है। बोर्ड ने 27 मार्च 2022 को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा कराई थी लेकिन 1200 चयनित अभ्यार्थियों के साथ-साथ 1300 कनिष्ठ अभियंता और एक हजार वित्त लेखा सहायकों की भर्ती भी प्रशासन ने प्रश्नपत्र लीक और कदाचार के आरोपों के चलते रद्द कर दी थी। इस प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी सीबीआइ को दी गई थी जिसने 12 नवंबर 2022 को यादव सहित 33 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। सीबीआइ के मामले के आधार पर ईडी ने भी धनशोधन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की। कुमार ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर 15 लाख रुपए से 30 लाख तक के भुगतान के बदले लीक प्रश्नपत्र प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवारों की तलाश करने की साजिश रची।