कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने वर्ष 2024-2025 के आम बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा कि इसमें महंगाई और बेरोजगारी को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आम लोगों को इसमें कोई राहत नहीं दी गई है और दो तरह की कर प्रणाली को सही विचार नहीं मानते हुए इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
चिदंबरम ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि सरकार ने बेरोजगारी के मुद्दे पर कोई प्रभावशाली कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने वित्त मंत्री द्वारा घोषित योजनाओं से 2.90 करोड़ लोगों को लाभ होने के दावे को भी गलत बताया। चिदंबरम ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण ने महंगाई के मुद्दे को केवल चंद वाक्यों में खारिज कर दिया और वित्त मंत्री ने भी अपने भाषण में इसे नजरअंदाज किया।
चिदंबरम ने बजट भाषण को लापरवाही भरा बताते हुए कहा कि यह कहीं भी विश्वास नहीं दिलाता कि सरकार महंगाई के मुद्दे से गंभीरता से निपटेगी। विपक्ष ने इस रवैये की निंदा की है और बजट में आम जनता के हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है।