पेरिस, 27 जुलाई, 2024: भारतीय निशानेबाजी दल पेरिस ओलंपिक में अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। 21 निशानेबाजों की मजबूत टीम विभिन्न इवेंट्स में हिस्सा ले रही है। अनुभवी और युवा प्रतिभाओं से सजी यह टीम देश के लिए पदक जीतने और देश को गर्व महसूस कराने के लिए तत्पर है।
भारतीय निशानेबाज महीनों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, अपनी तकनीक को निखार रहे हैं और अपनी मानसिक तैयारी को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने अपने उपकरणों को सही किया है, अपने प्रतिद्वंद्वियों का अध्ययन किया है और आने वाली चुनौतियों के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार किया है।
भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर तीन इवेंट्स – महिला 10 मीटर एयर पिस्टल, महिला 25 मीटर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में हिस्सा ले रही हैं। वह अच्छे प्रदर्शन के लिए आत्मविश्वास से भरी हैं। उन्होंने कहा, “मैंने कड़ी मेहनत की है और अपने मौके को लेकर अच्छा महसूस कर रही हूँ। मैंने अपनी तकनीक, मानसिक खेल और उपकरण पर काम किया है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूँ।”
सर्बजोत सिंह, एक और शीर्ष भारतीय निशानेबाज, पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुके हैं। उन्होंने कहा, “मैं कई वर्षों से शूटिंग कर रहा हूँ और मुझे पता है कि जीतने के लिए क्या करना पड़ता है। मैं फोकस्ड हूँ, मैं दृढ़ संकल्पित हूँ और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हूँ।”
भारतीय निशानेबाजी टीम का नेतृत्व कोच रोनक पंडित कर रहे हैं, जो कई वर्षों से टीम के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “इस बार हमारे पास एक मजबूत टीम है, जिसमें अनुभव और युवा प्रतिभा का अच्छा मिश्रण है। हमने अपनी तकनीक, रणनीति और मानसिक तैयारी पर कड़ी मेहनत की है। हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।”
पेरिस ओलंपिक में शूटिंग इवेंट्स का आयोजन ला बोरगेट के नेशनल शूटिंग सेंटर में हो रहा है, जो दुनिया के सबसे आधुनिक और अत्याधुनिक शूटिंग रेंज में से एक है। प्रतियोगिता कड़ी होने की उम्मीद है, जिसमें दुनिया भर के शीर्ष निशानेबाज पदकों के लिए मुकाबला करेंगे।
लेकिन भारतीय टीम अडिग है। उन्हें अपनी क्षमताओं पर भरोसा है और वे सर्वश्रेष्ठ से मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। जैसा कि मनु भाकर कहती हैं, “हम यहां जीतने आए हैं। हम यहां भारत को गर्व महसूस कराने आए हैं। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और देखेंगे क्या होता है।”
भारतीय निशानेबाजी दल अब तक का सबसे मजबूत दल है, जिसे ओलंपिक के लिए भेजा गया है। इसमें 21 निशानेबाज शामिल हैं, जिनमें 12 पुरुष और 9 महिलाएं हैं, जो 15 इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
दल में सर्बजोत सिंह, अर्जुन चीमा और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं। इसमें मनु भाकर, ईशा सिंह और सिफत कौर समरा जैसी युवा प्रतिभाएं भी शामिल हैं, जो अपने ओलंपिक डेब्यू कर रही हैं।
दल का चयन एक कड़े चयन प्रक्रिया के बाद किया गया है, जिसमें कई ट्रायल्स और प्रतियोगिताएं शामिल थीं। निशानेबाज महीनों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, अपनी तकनीक को निखार रहे हैं और अपनी क्षमताओं को मजबूत कर रहे हैं।
इवेंट्स और शेड्यूल
पेरिस ओलंपिक में शूटिंग इवेंट्स 11 दिनों तक चलेगी, 27 जुलाई से 6 अगस्त तक। इसमें राइफल, पिस्टल और शॉटगन प्रतियोगिताएं शामिल हैं, जिनमें पुरुष और महिला इवेंट्स होंगे।
भारतीय निशानेबाज निम्नलिखित इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा करेंगे:
- पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल: सर्बजोत सिंह, अर्जुन चीमा
- पुरुष 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन्स: ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, संजीव राजपूत
- पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल: अनीश भानवाला, विजयवीर सिद्धू
- महिला 10 मीटर एयर पिस्टल: मनु भाकर, रिदम सांगवान
- महिला 25 मीटर पिस्टल: मनु भाकर, ईशा सिंह
- महिला 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन्स: सिफत कौर समरा, अंजुम मोदगिल
आगे की चुनौतियाँ
भारतीय निशानेबाजों को पेरिस ओलंपिक में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, जहां दुनिया भर के शीर्ष निशानेबाज पदकों के लिए मुकाबला करेंगे।
सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक प्रतियोगिता का दबाव है। ओलंपिक खेल सबसे बड़ा मंच है, और प्रदर्शन का दबाव बहुत अधिक हो सकता है।
एक और चुनौती है अपरिचित माहौल। ला बोरगेट में नेशनल शूटिंग सेंटर एक नया रेंज है, और निशानेबाजों को नई परिस्थितियों के अनुकूल होना पड़ेगा।
लेकिन भारतीय टीम को इन चुनौतियों को पार करने का विश्वास है। उन्होंने महीनों से कड़ी मेहनत की है, और वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
भारतीय निशानेबाजी दल पेरिस ओलंपिक में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार है। 21 निशानेबाजों की मजबूत टीम विभिन्न इवेंट्स में प्रतिस्पर्धा कर रही है, और उन्हें पदक जीतने और देश को गर्व महसूस कराने का भरोसा है।
निशानेबाज महीनों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, अपनी तकनीक को निखार रहे हैं और अपनी मानसिक तैयारी को मजबूत कर रहे हैं। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं और अपनी प्रतिभा को साबित करने के लिए तत्पर हैं।
जैसा कि कोच रोनक पंडित कहते हैं, “इस बार हमारे पास एक मजबूत टीम है, जिसमें अनुभव और युवा प्रतिभा का अच्छा मिश्रण है। हमने अपनी तकनीक, रणनीति और मानसिक तैयारी पर कड़ी मेहनत की है। हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।”
भारतीय निशानेबाजी टीम का प्रदर्शन पेरिस ओलंपिक में देश द्वारा निकटता से देखा जाएगा। टीम की सफलता न केवल पदक लाएगी, बल्कि भारत में युवा निशानेबाजों की एक पीढ़ी को प्रेरित करेगी।