झारखंड में बारिश थमने के बावजूद तबाही का सिलसिला जारी है। रांची में भारी बारिश से दो दर्जन से अधिक घर ध्वस्त हो गए हैं। चांडिल डैम के चार फाटक रविवार को खोल दिए गए हैं, जबकि स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के निशान के पास पहुंच गई है।
वर्तमान स्थिति के अनुसार, झारखंड के कई क्षेत्रों में पानी भर जाने से जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। गढ़वा जिले के सोन नदी के टापू पर 16 ग्रामीण फंस गए हैं, जिनका रात भर बचाव कार्य चल रहा है। उधर, पलामू में एक पुल का पाया धंस गया है और चाईबासा, खरसावां, चतरा, और गुमला में बाढ़ के कारण कई लोगों की मौत हो गई है।
जमशेदपुर में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। चांडिल डैम के फाटक खोलने के साथ-साथ स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में स्थिति पर कड़ी नजर रखी है।
मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो दिनों में फिर से बारिश होगी। मंगलवार से मानसून की गतिविधियां तेज होंगी और संताल, कोल्हान, रांची समेत अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। फिलहाल, मानसून की कमी पूरी तरह से भरपाई हो गई है, लेकिन अगले दो दिनों में फिर से बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।