राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य में लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मीणा ने गुरुवार को यह खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि अब उन्हें पार्टी आलाकमान ने शुक्रवार को दिल्ली बुलाया है, और वह इस्तीफे के बारे में बताएंगे तथा उन्हें संतुष्ट करेंगे। मीणा ने यह भी कहा कि उनकी संगठन या मुख्यमंत्री से कोई नाराजगी नहीं है और उन्होंने अपनी उस सार्वजनिक घोषणा के कारण इस्तीफा दिया है कि अगर पार्टी उनके अधीन वाली लोकसभा सीटें हारती है तो वे इस्तीफा दे देंगे। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान मीणा (72) ने कहा था कि अगर भाजपा उनके अधीन सात संसदीय सीटों में से किसी एक को भी हारती है तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे। मीणा ने कहा कि मैं पार्टी को जिता नहीं सका। चुनाव के दौरान मैंने घोषणा कर दी थी। उस घोषणा को मैंने पूरा किया है। मुख्यमंत्री की जानकारी में 20 दिन पहले दे दिया था। आज मैंने घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान ने कल मुझे दिल्ली बुलाया है। मैं जाऊंगा और उनको संतुष्ट करूंगा कि मैं नाकामयाब रहा। पार्टी को जिता नहीं सका। मैंने वचन दिया था कि अगर पार्टी नहीं जीती तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। तो मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती थी कि जब मेरी पार्टी नहीं जीती तो मैं वहां से इस्तीफा दे दूं। सरकार में मनमाफिक पद नहीं मिलने पर पार्टी संगठन से नाराजगी की अटकलों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि नाराजगी होती तो मैं शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही इस्तीफा दे देता। न तो मुझे मुख्यमंत्री से और न ही संगठन से कोई शिकायत है। न कोई अपेक्षा है। न कोई पद लोलुपता है। पद के कारण इस्तीफा नहीं दिया।