राजौरी गार्डन स्थित एक रेस्तरां में हुए हत्याकांड के बाद सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर साझा करने वाले दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। दोनों पुलिसकर्मी सुभाष नगर पुलिस चौकी में तैनात है, इसमें एक एसआइ और एक हेड कांस्टेबल शामिल है। मामले की छानबीन के बाद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कदम उठाया है। फिलहाल गोलीकांड मामले की जांच विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दी है। हत्याकांड में शामिल दोनों ही आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। दरअसल, 18 जून को अमन जून (26) अपनी महिला मित्र अनु के साथ सुभाष नगर स्थित एक रेस्तरां में बैठा हुआ था। इसी दौरान दो हमलावर अंदर आए और अमन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। हमलावरों ने अमन को 38 गोलियां मारी गई।
हत्याकांड के बाद वारदात का 14 सेकंड का सीसीटीवी फुटेज मीडिया के सामने आया। आरोपी फुटेज में अमन को गोली मारते हुए दिखाई दे रहे थे। फुटेज वायरल होने के बाद महकमे में खूब हंगामा हुआ। दरअसल, दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने फरवरी माह में आदेश जारी कर कहा कि किसी भी क्राइम से संबंध कोई वीडियो या सीसीटीवी फुटेज लीक न हो। मामले में फुटेज के वायरल होने पर जांच करवाई की गई। इसके बाद दोनों को शुरुआती जांच के बाद सीसीटीवी फुटेज लीक करने का दोषी पाया गया। माना जा रहा है कि इसके बाद ही दोनों को निलंबित किया गया है, ताकि आगे कोई भी पुलिस अधिकारी किसी तरह की कोई फुटेज या वीडियो को लीक न करे।