ईरान में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पिछले सप्ताह हुए मतदान में शीर्ष स्थान पर रहे दो उम्मीदवारों के बीच सीधे मुकाबले में सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर शनिवार को जीत हासिल कर ली। पेजेशकियन ने आर्थिक प्रतिबंधों से जूझ रहे ईरान के पश्चिमी देशों से संबंध बेहतर करने और देश में अनिवार्य हिजाब कानून में ढील देने का वादा किया है। हृदय रोग विशेषज्ञ पेजेशकियन ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ईरान के शिया शासन प्रणाली में कोई आमूलचूल परिवर्तन नहीं करने का वादा किया था और कहा था कि वह देश के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को सभी मामलों में अंतिम मध्यस्थ मानते हैं। ईरान में पिछले महीने एक हेलिकाप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मृत्यु हो जाने के बाद, शुक्रवार को पेजेशकियन और जलीली के बीच सीधे मुकाबले के तहत मतदान हुआ था। ईरान के गृह मंत्रालय ने बताया कि इस चुनाव में कुल तीन करोड़ लोगों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। इससे पहले 28 जून को मतदान के शुरुआती दौर में किसी भी उम्मीदवार को 50 फीसद से ज्यादा वोट नहीं मिले थे जिसके कारण शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला हुआ। पेजेशकियन की बढ़त मजबूत होने के साथ ही उनके समर्थकों ने तेहरान और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर जश्न मनाना शुरू कर दिया था।
सुधारवादी नेता मसूद पेजेशकियन ने कट्टपंथी सईद जलीली को हराकर शनिवार को जीत हासिल कर ली। पेजेशकियन एक करोड़ 63 लाख मतों के साथ विजयी घोषित किए गए जबकि जलीली को एक करोड़ 35 लाख वोट मिले।