उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में स्थित अवध चिल्ड्रेन एकेडमी स्कूल में शुक्रवार को हुए हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के पास स्थित इस स्कूल की छत का छज्जा अचानक गिर जाने से 40 लोग घायल हो गए, जिनमें से 28 बच्चे थे। एक बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
घटनास्थल का निरीक्षण और सरकारी कार्रवाई
शनिवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने स्कूल के हालात का निरीक्षण किया और इसे “मौत का घर” करार दिया। त्रिपाठी ने घोषणा की कि इस खतरनाक भवन पर सरकार का बुलडोजर चलेगा और इसे ध्वस्त किया जाएगा। इसके अलावा, स्कूल के सभी छात्रों को पास के अन्य सुरक्षित विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाएगा।
प्रशासनिक समीक्षा बैठक और आगे की कार्यवाही
त्रिपाठी ने डीआरडीए सभागार में पुलिस, शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें अब तक हुई कार्रवाई की समीक्षा की गई। बैठक में छात्रों के अन्य विद्यालयों में प्रवेश को लेकर योजना बनाई गई और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, त्रिपाठी ने सभी स्कूलों की स्थिति की जांच के लिए एक समिति बनाने के निर्देश दिए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना के बाद से क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल है, और सरकारी तंत्र ने तेजी से कार्रवाई करते हुए स्कूल की स्थिति को सुधारने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।