78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर विशेष अतिथियों के रूप में 400 महिला पंचायत प्रतिनिधियों, लखपति दीदियों और ड्रोन दीदियों को आमंत्रित किया है। इस आयोजन की योजना के तहत, महिलाओं के योगदान और उनके सशक्तिकरण को मान्यता दी जाएगी।
विशेष अतिथि:
महिला पंचायत प्रतिनिधि: लगभग 400 महिला पंचायत प्रतिनिधियों को इस समारोह में आमंत्रित किया गया है, जो कि पंचायती राज संस्थाओं की महिलाएं हैं। ये महिलाएं अपने-अपने क्षेत्रों में पंचायतों के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
लखपति दीदी: ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, करीब 45 लखपति दीदियों को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया है। लखपति दीदी वे महिलाएं हैं जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये या उससे अधिक है।
ड्रोन दीदी: करीब 30 ड्रोन दीदियों को भी इस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में बुलाया गया है। नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी दी जाती है।
राष्ट्रीय कार्यशाला: इन महिलाओं के सम्मान में बुधवार को एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला में पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल किरण बेदी और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। कार्यशाला में महिला प्रतिनिधियों की उभरती भूमिका और जमीनी स्तर पर ‘सरपंच पति’ की प्रथा पर चर्चा की जाएगी।
आयोजन का उद्देश्य: स्वतंत्रता दिवस की इस साल की थीम ‘विकसित भारत’ है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के अनुरूप है। इस समारोह के माध्यम से, मोदी सरकार ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उनके योगदान को मान्यता देना चाहती है।
पीआईबी की रिपोर्ट: प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 6000 विशेष अतिथियों को दिल्ली आमंत्रित किया गया है, जिनमें महिला पंचायत प्रतिनिधि, लखपति दीदी, और ड्रोन दीदी शामिल हैं। यह पहल सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से लाभान्वित होने वाले लोगों की सराहना करने का एक तरीका है।