उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कक्षा 9वीं और 10वीं के परीक्षा में महत्वपूर्ण बदलाव करने का फैसला लिया है। यह बदलाव शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होंगे। इस बदलाव के तहत, हाईस्कूल में जहां अभी तक छात्रों को केवल 6 विषयों की परीक्षा देनी होती थी, वहीं अब उन्हें 10 विषयों में परीक्षा देनी होगी। इस बदलाव के अनुसार, सभी छात्रों के लिए तीन भाषाओं की पढ़ाई अनिवार्य होगी। इसी के साथ, ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने की तैयारियां भी चल रही हैं। इस बदलाव के बाद छात्रों का अंकपत्र 1,000 अंकों का हो जाएगा और प्रत्येक प्रश्नपत्र 100 अंकों का होगा। बोर्ड ने 10 विषयों वाले पाठ्यक्रम का खाका तैयार कर लिया है, यह बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। हिंदी भाषा सभी के लिए अनिवार्य होगी। इसके साथ ही, बच्चे यहां बताई गई भाषाओं में से किन्हीं दो को चयन कर सकेंगे- संस्कृत, गुजराती, उर्दू, पंजाबी, बांग्ला, मराठी, असमिया, उड़िया, कन्नड़, कश्मीरी, सिन्धी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, नेपाली, पालि, अरबी, फारसी, अंग्रेजी। गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान भी सभी छात्रों के लिए अनिवार्य विषय रहेंगे। इसके अतिरिक्त, उन्हें गृह विज्ञान यानी होम साइंस, मानव विज्ञान, वाणिज्य (कामर्स), एनसीसी, कंप्यूटर, कृषि या पर्यावरण विज्ञान में से एक विषय चुनना होगा।