RG Kar Medical College में हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शन ने शहर को हिला दिया है। 14 अगस्त की रात को डॉक्टरों के खिलाफ रेप और हत्या के मामले में हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई।
हिंसा की शुरुआत और घटनाक्रम
रात के 10:30 बजे के आसपास, प्रदर्शनकारी विभिन्न राजनीतिक संगठनों से जुड़े हुए थे। भाजपा और डेमोक्रेटिक यूथ फ्रंट ऑफ इंडिया (DYFI) के कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज की ओर बढ़ रहे थे। कॉलेज के बाहर पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए थे। इसी दौरान, मेडिकल कॉलेज का फीमेल स्टाफ भी रैली निकालने के लिए इकट्ठा हो गया था। लेकिन पुलिस की मौजूदगी और भीड़ के बढ़ते हिंसक व्यवहार ने स्थिति को और जटिल बना दिया।
रात करीब 12:30 बजे, उपद्रवी भीड़ बैरिकेड्स को तोड़ते हुए हॉस्पिटल में घुस गई। भीड़ ने इमरजेंसी बिल्डिंग में तोड़फोड़ की, दवाइयों के रैक गिरा दिए और कॉलेज के बाहर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान पहुँचाया। इस हिंसा में पुलिस ने 76 आरोपियों की तस्वीरें जारी की और 30 लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों के बारे में खुलासे
दैनिक भास्कर की पड़ताल से पता चला है कि गिरफ्तार किए गए लोग बुरतला, बेलघरिया, उल्टाडांगा, मनिकतला, और दम दम इलाकों से थे। इनकी अधिकांश पहचान स्थानीय झुग्गी-बस्ती के निवासियों के रूप में हुई है।
आरोपी की पहचान और उनका कनेक्शन:
- जब्बार अंसारी – बेलगुरिया के निवासी, 40 साल के जब्बार को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। उनकी बेटी ने बताया कि वे उस रात काम से लौटते वक्त भीड़ में फंस गए थे।
- रूमा दास – बड़ानगर में रहने वाली 27 वर्षीय रूमा की मां ने बताया कि उनकी बेटी ने कहीं और रुकने की बात कही थी, और उस रात घर नहीं आई थी।
- शांतनु सरकार – 25 साल के शांतनु के परिवार ने दावा किया कि वह प्रोटेस्ट में शामिल हुआ था और पुलिस ने उसे घर पर ही गिरफ्तार किया।
- नवीन सिंह लाल – बेलगछिया के निवासी 21 साल के नवीन का परिवार UP के बलिया का है। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार किया और उनके पिता ने बताया कि नवीन को सरेंडर किया गया था।
- रोहित बारुई – दम दम रोड के निवासी 24 वर्षीय रोहित को पुलिस ने सड़क से ही गिरफ्तार किया।
- तुशी हलदार – 19 साल की तुशी भी इस हिंसा में शामिल थी, उसकी मां ने बताया कि वह घटना के दौरान घर पर नहीं थी।
- सौमिक दास – 24 साल के सौमिक के परिवार ने दावा किया कि वह हिंसा के समय वहां मौजूद था, लेकिन उसने केवल वीडियो रिकॉर्ड किया था।
- शुभदीप कुंडू – मुरारीपुकुर के निवासी शुभदीप ने अपनी मौसी को बताया कि वह उस समय प्रोटेस्ट में था और बाद में हिंसा के दौरान गिर गया।
- सौरव डे – 23 वर्षीय सौरव को पुलिस ने हिंसा के दौरान बैरिकेड पर चढ़ने और वीडियो रिकॉर्ड करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
- सौम्यदीप महिष – सौम्यदीप ने भी प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया था, लेकिन उसके परिवार का कहना है कि वह केवल वीडियो ले रहा था।
DYFI और अन्य राजनीतिक कनेक्शन
स्थानीय जर्नलिस्ट्स के अनुसार, DYFI के लोग भी इस भीड़ में शामिल थे और प्रदर्शन के दौरान DYFI के झंडे भी देखे गए थे। पुलिस ने पश्चिम बंगाल के DYFI सचिव मीनाक्षी मुखर्जी और CPI(M) के 6 नेताओं को भी पूछताछ के लिए तलब किया है।
इस हिंसक प्रदर्शन ने कोलकाता के नागरिकों को चिंतित कर दिया है और अब जांच के परिणामों का इंतजार किया जा रहा है। इस दौरान, गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।