शेख हसीना ने सोमवार को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भाग गईं। उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के न्यूजआवर कार्यक्रम में बताया कि उनकी मां के राजनीति में वापस आने की संभावना नहीं है।
सजीब वाजेद जॉय ने कहा, “उन्होंने (शेख हसीना) बांग्लादेश को बदल दिया। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो इसे असफल राज्य बताया जाता था। यह गरीब देश था। मगर, अब इसे एशिया के उभरते हुए देशों में से एक माना जाने लगा।” जॉय ने इन आरोपों को नकार दिया कि सरकार प्रदर्शनकारियों के साथ सख्ती दिखा रही थी। उन्होंने कहा, “उन लोगों ने कल ही 13 पुलिसकर्मियों को पीट-पीटकर मार डाला। जब भीड़ लोगों को पीट-पीटकर मार रही हो तो आप पुलिस से क्या करने की उम्मीद करेंगे?”
शेख हसीना ने देश छोड़ने का फैसला परिवार वालों के जोर डालने पर अपनी सुरक्षा के लिए किया। बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद शेख हसाना का विमान लंदन जाने के दौरान नई दिल्ली के निकट गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरा। राजनयिक सूत्रों के अनुसार, हसीना की योजना लंदन जाने की थी, लेकिन कुछ समस्याओं के कारण इसमें बदलाव हुआ और हसीना अपनी बेटी साइमा वाजिद से मिलने की संभावना है, जो दिल्ली में रहती हैं। साइमा वाजिद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए क्षेत्रीय निदेशक हैं।
इस घटना ने बांग्लादेश की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने से बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है। उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब शेख हसीना का राजनीति में वापस आने का कोई इरादा नहीं है।