तमिलनाडु में जहरीली शराब से 56 मौत पर विपक्षी गठबंधन चुप क्यों

तमिलनाडु में जहरीली शराब के पीने से हुई मौतों के मामले 7 मई को सामने आए। मुख्तार ‘एमके स्टालिन की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जमकर आलोचना की और कांग्रेस समेत गठबंधन के नेताओं की चुप्पी पर निशाना साधा।

संवाददाता सम्मेलन में ओड़ीशा की पुरी लोकसभा सीट से नवनिर्वांचित सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने तमिलनाडु में जहरीली शराब कांड पर संवेदना प्रकट की और कहा कि इस गंभीर और दुखद विषय पर विपक्षी दलों ने मौन साध लिया है, जो बहुत दुखद है। उन्होंने बताया कि यह घटना तमिलनाडु, में कल्लाकृची जिले के करुणापुरम गांव में हुई जहां की बहुलता है। गांव में जहरीली शराब के सेवन से 56 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है, बहुत से लोग मौत से जूझ रहे हैं और लगभग 200 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

कहा कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी और सीन खड़गे जैसे सभी विपक्षी नेता इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के मसविदे में यह विषय इसलिए शामिल नहीं है, क्योंकि उनका राजनीतिक हित इससे सधता नहीं है। उन्होंने बताया कि यह अवैध शराब का धंधा शहर के बीचों बीच, जिले के न्यायालय और पुलिस स्टेशन के बगल में चल रहा था, जो प्रशासनिक और सरकारी अफसरों के सहयोग के बिना संभव नहीं है।

“50 से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाना, कोई छोटा विषय नहीं है। इससे पूर्व लगभग ‘एक वर्ष पहले मई 2023 में विलुप्पुरम और चेंगलपदटू में अवैध शराब के सेवन से 23 लोगों की मृत्यु हुई थी।”

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