अब 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, 29 अक्टूबर को इस योजना का शुभारंभ किया। योजना के तहत बुजुर्गों को सरकारी और निजी अस्पतालों में सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध होगा। लगभग 6 करोड़ बुजुर्ग इससे लाभान्वित होंगे, और योजना में शामिल होने के लिए उनकी इनकम, पेंशन, बैंक बैलेंस, जमीन, या किसी पुरानी बीमारी के आधार पर कोई शर्त नहीं होगी।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- फ्री इलाज: सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज।
- पुरानी बीमारियां कवर: पुरानी बीमारियों सहित भर्ती होने से पहले और बाद के मेडिकल खर्च कवर।
- सभी जांच और दवाइयां: मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज, और दवाइयों का खर्च भी शामिल।
- ट्रांसपोर्ट कवर: अस्पताल में भर्ती के लिए ट्रांसपोर्ट खर्च भी कवर।
मौजूदा स्थिति और विस्तार
- लाभार्थी संख्या: पहले से 35 करोड़ लोग योजना का लाभ ले रहे हैं; नई घोषणा के बाद यह संख्या 40 करोड़ तक पहुंच सकती है।
- केंद्र सरकार की पहल: यह दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर बीमा योजना है, जो हर साल भारत के सबसे गरीब 40% लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देती है।
- शुरुआत का वर्ष: केंद्र ने यह योजना 2017 में शुरू की थी, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति का हिस्सा है।
अभी कौन-कौन से लोग बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड
- ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले
- अनुसूचित जाति या जनजाति और आदिवासी
- गरीबी रेखा के नीचे आने वाले लोग
- असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले
- दिहाड़ी मजदूरी करने वाले
- परिवार में कोई दिव्यांग हो
कैसे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड
- कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र, यूटीआई- आईटीएसएल केंद्र पर जाकर पात्रता जांच कराएं और आयुष्मान कार्ड बनवाएं।
- ग्राम रोजगार सहायक व वार्ड इंचार्ज के सहयोग से भी आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकते हैं।
- योजना से संबद्ध अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान मित्र के जरिए निःशुल्क कार्ड बनवाए जा सकते हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
- राज्य सरकारें: पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्य इस योजना में शामिल नहीं हुए हैं और अपनी स्वतंत्र स्वास्थ्य योजनाएं चला रहे हैं।
- पिछला अनुभव: इस योजना के तहत अब तक साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा लोग मुफ्त इलाज करा चुके हैं।
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