AAP का घोषणा पत्र 2025: दिल्ली चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल ने जारी की 15 गारंटी

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र में 15 गारंटियों का ऐलान किया गया है, जिन्हें आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक रूप से पेश किया।

केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने AAP की नीतियों और “गारंटी” शब्द को कॉपी किया है। हालांकि, उनके मुताबिक BJP केवल जुमलेबाजी करती है, जबकि AAP अपने वादों को पूरा करने में विश्वास रखती है।

आम आदमी पार्टी की 15 गारंटियां:

  1. सभी को रोजगार की गारंटी।
  2. सभी महिलाओं को ₹2100 की गारंटी।
  3. फर्जी पानी के बिल माफ करने की गारंटी।
  4. बुजुर्गों को संजीवनी योजना की गारंटी।
  5. पुजारियों को हर महीने ₹18,000 की सहायता।
  6. गरीबों को नए राशन कार्ड की सुविधा।
  7. छात्रों को मेट्रो में 50% की छूट।
  8. ऑटो-टैक्सी चालकों की बेटियों की शादी में आर्थिक मदद।
  9. नए उद्योगों और स्टार्टअप्स के लिए आर्थिक प्रोत्साहन।
  10. दिल्ली के हर वार्ड में मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं।
  11. बिजली बिलों में और छूट।
  12. पार्कों और खेल सुविधाओं में सुधार।
  13. मिडिल क्लास के लिए टैक्स में रियायत।
  14. प्रदूषण कम करने के लिए नई ग्रीन पॉलिसी।
  15. शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और नए स्कूल।

महिला वोटरों पर विशेष ध्यान

आम आदमी पार्टी ने महिला वोटरों को ध्यान में रखते हुए कई योजनाओं का ऐलान किया है, जिसमें महिलाओं को ₹2100 की आर्थिक सहायता और अन्य कल्याणकारी योजनाएं शामिल हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल महिला मतदाताओं को बड़ी संख्या में AAP की तरफ खींच सकती है।

अन्य वर्गों को साधने की कोशिश

AAP का ध्यान महिला वोटरों के साथ-साथ पिछड़े समाज और पुजारियों पर भी है। पुजारियों के लिए ₹18,000 मासिक सहायता की घोषणा और गरीब वर्ग के लिए राशन कार्ड जैसी योजनाएं इसकी मिसाल हैं।

मिडिल क्लास के लिए संकेत

केजरीवाल ने मिडिल क्लास परिवारों को भी ध्यान में रखते हुए बयान दिए हैं, और उम्मीद है कि उनके लिए भी कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।

दिल्ली चुनाव में ट्रेंड

घोषणा पत्र में वादों का दोहराव पहले ही प्रचार के दौरान किया गया था। इस बार केवल आधिकारिक रूप से इन्हें गारंटी के तौर पर पेश किया गया। यह देखना दिलचस्प होगा कि AAP की ये रणनीति दिल्ली चुनाव में कितना असर डालती है।