असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने राज्य में बाढ़ के चलते उत्पन्न हुए हालात के बीच रविवार को कामरूप जिले में राहत शिविरों का दौरा कर उनमें रह रहे लोगों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तीन राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात कर बातचीत की तथा जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि आज, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने पलाशबाड़ी में अमृत चंद्र ठाकुरिया कामर्स कालेज में राहत शिविर का दौरा किया, जहां बाढ़ प्रभावित इलाके के 28 व्यक्तियों ने शरण ले रखी है। सीएमओ ने एक अन्य पोस्ट बताया कि मुख्यमंत्री ने एलपी स्कूल, नाहिरा में एक राहत शिविर में शरण लिए लोगों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि एचसीएम ने शिविर में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और उपायुक्त (कामरूप) को दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करने और बच्चों व बुजुर्गों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया। सरमा ने नाहिरा गुइमारा क्षेत्रीय हाई स्कूल का भी दौरा किया और वहां ठहरे लोगों से बातचीत की।
बाढ़ की स्थिति गंभीर, आठ और लोगों की मौत
असम में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है जिसके चलते रविवार को आठ और लोगों की मौत हो गई। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई। राज्य भर में ब्रह्मपुत्र समेत कई प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सूत्रों ने बताया कि इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान के कारण अबतक 70 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में 29 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें धुबरी में सबसे अधिक 7.95 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही कछार और दरांग जिले भी बाढ़ से बहुत अधिक प्रभावित हुए हैं, दोनों जिलों में डेढ़-डेढ़ लाख लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं। कुल 577 राहत शिविरों में 53 हजार से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है।