झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चुनावी तैयारियों के लिए कमर कस ली है। इसकी शुरुआत आरएसएस ने रांची में संघ की बैठक के साथ शुरू की है, जहां संघ शताब्दी समारोह की तैयारियों के साथ संगठन विस्तार सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेगा। संभावना जताई जा रही है कि बैठक में लोकसभा चुनाव की स्थिति का भी आंकलन होगा। हालांकि संघ के प्रचार प्रभारी पहले ही बता चुके हैं कि इस बैठक में हाल ही में प्रशिक्षण कार्यक्रम ओर विभिन्न शाखाओं के विस्तार पर भी चर्चा होनी तय है। बैठक में इस वर्ष हुए संघ शिक्षा वर्गों तथा कार्यकर्ता विकास वर्गों के वृत्त व समीक्षा, संघ शताब्दी कार्यविस्तार योजना की अभी तक हुई प्रगति, सामाजिक परिवर्तन के पांच विषयों के अनुभवों का आदान-प्रदान तथा वर्तमान परिदृश्य के संदर्भ में भी चर्चा होगी। तय कार्य योजना के मुताबिक इस बैठक में प्रांत प्रचारक के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा होगी और यह बैठक 14 जुलाई सायं 6 बजे तक चलेगी। बताया जा रहा है कि बैठक में सरसंघचालक डा. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के अतिरिक्त सभी सह सरकार्यवाह, सभी प्रांतों के प्रांत प्रचारक तथा सह प्रांत प्रचारक एवं क्षेत्र प्रचारक व सह क्षेत्र प्रचारक एवं सभी कार्य विभागों के अखिल भारतीय अधिकारी तथा संघ प्रेरित विविध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। ये बैठक ऐसे समय में हो रही जब देश में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है और इस साल के अंत में इन राज्यों के चुनाव है। सबसे पहले झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा राज्य इस दौड़ में शामिल है। इसके लिए कांग्रेस- भारतीय जनता पार्टी पहले से ही जमीनी स्तर पर काम कर रही है। राज्यों में भाजपा को सहयोग उपलब्ध कराना संघ की अहम भूमिका होगी। नागपुर में भी शुरू हुई एक अन्य बैठक : राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधियों की अर्धवार्षिक बैठक आज नागपुर में शुरू हुई। जहां प्रमुख कार्यवाहिका सीता गायत्री शामिल हुई। इस बैठक में 35 प्रांतों से 400 प्रतिनिधि सहभागी हुए है। सीता गायत्री अन्नदानम् ने बताया कि यहां कहा कि बैठक में समिति कार्य की प्रगति और सामाजिक स्थिति की भी समीक्षा की। सामने आया है कि कि विभिन्न स्थानों पर समिति के वर्गों में लगभग 6000 सेविकाओं ने प्रशिक्षण लिया। दूसरे सत्र में इसकी समीक्षा की गयी तथा कार्य के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण पर भी विचार किया गया। इसके अतिरिक्त शनिवार को में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी कार्य योजना पर भी चर्चा की जाएगी।