बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने की खबरों के बीच बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हिंसा के बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि 1 करोड़ से ज्यादा बांग्लादेशी हिंदू पश्चिम बंगाल की ओर आ रहे हैं। उन्होंने केंद्र को इस संबंध में सूचित करने की अपील भी की है।
प्रदर्शन और हिंसा
बांग्लादेश में हिंसा के बीच अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़ दिया है। सोमवार को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी उनके आवास पर पहुंच गए और उनके पिता शेख मुजिबुर रहमान की प्रतिमा को तोड़ दिया।
सुवेंदु अधिकारी का दावा
सुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “रंगपुर के पार्षद की हत्या कर दी गई। सिरसागंज में 13 पुलिसकर्मियों को मार दिया गया, जिसमें 9 हिंदू थे। अब तैयार हो जाएं, क्योंकि 1 करोड़ बांग्लादेशी हिंदू बंगाल आ रहे हैं।” अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस से इस संबंध में केंद्र से बात करने की अपील की है।
CAA के तहत नागरिकता की मांग
अधिकारी ने कहा कि इन शरणार्थियों को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के तहत भारतीय नागरिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं का कत्लेआम किया जा रहा है। अगर अगले कुछ दिनों में बांग्लादेश में स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो बंगाल के लोगों को 1947 या 1971 के मुक्ति संग्राम की तरह एक करोड़ से ज्यादा शरणार्थियों को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।”
बांग्लादेश में जारी हिंसा
बांग्लादेश में कई हफ्तों से हिंसा का दौर जारी है। छात्र सरकारी नौकरियों में कोटा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने की खबरों के बाद प्रदर्शनकारी उनके आवास पर पहुंच गए और उनके पिता की प्रतिमा को तोड़ दिया।
इस स्थिति को देखते हुए, भारत में भी इसके प्रभाव को लेकर चिंता बढ़ गई है और पश्चिम बंगाल में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए तैयारियां की जा रही हैं।