केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) पर्चाफोड़ मामले के संबंध में गुरुवार को पटना स्थित एम्स में पढ़ने वाले एमबीबीएस के चार विद्यार्थियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि एमबीबीएस के तीसरे वर्ष के तीन छात्रों चंदन सिंह, राहुल अनंत व कुमार शानू और दूसरे वर्ष के एक छात्र करन जैन को पूछताछ के बाद सीबीआइ टीम ने गिरफ्तार कर लिया। एम्स के वरिष्ठ संकाय सदस्यों की मौजूदगी में छात्रों को छात्रावास के उनके कमरों से ले जाया गया। उन्हें बताया गया था कि जांच के लिए छात्रों की जरूरत है। सीबीआइ ने छात्रावास के उनके कमरों को भी सील कर दिया है। एम्स पटना के निदेशक जीके पाल ने बताया कि सीबीआइ एम्स पटना के चार छात्रों को अपने साथ ले गई है। चंदन सिंह, राहुल अनंत और कुमार शानू तीसरे वर्ष के छात्र हैं और करण जैन दूसरे वर्ष का छात्र है। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें छात्रों की तस्वीरें और मोबाइल नंबर भेजे हैं। पाल ने बताया कि सीबीआइ की एक टीम डीन, छात्रावास वार्डन और निदेशक के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) की मौजूदगी में छात्रों को ले गई है। इससे दो दिन पहले सीबीआइ ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि कुमार ने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र चुराया था। अधिकारियों के मुताबिक, बोकारो निवासी कुमार को पटना से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि सीबीआइ ने राजू सिंह नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर प्रश्नपत्र चुराने में कुमार की मदद की थी। सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि एमबीबीएस के तीसरे वर्ष के तीन छात्रों चंदन सिंह, राहुल अनंत व कुमार शानू और दूसरे वर्ष के एक छात्र करन जैन को पूछताछ के बाद सीबीआइ टीम ने गिरफ्तार कर लिया।