CBI ने एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो RG Kar Medical College and Hospital में तबादलों के लिए रिश्वतखोरी और अवैध दवा सिंडिकेट के रूप में सक्रिय था। इस रैकेट का संबंध 9 अगस्त को 31 वर्षीय जूनियर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या से भी जोड़ा जा रहा है।
जांच से यह खुलासा हुआ है कि यह कथित रैकेट कई वर्षों से सक्रिय है और राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य मेडिकल कॉलेजों तक फैला हुआ है। CBI को पता चला है कि राज्य सरकार द्वारा खरीदी गई करोड़ों रुपये की दवाइयों को इस अवैध नेटवर्क के माध्यम से निजी मेडिकल स्टोर्स तक पहुंचाया जा रहा था।
CBI के सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता ने इन अनियमितताओं के खिलाफ विभिन्न मंचों पर विरोध किया था और संभव है कि इसी कारण उसे निशाना बनाया गया हो।
जांच से यह भी संकेत मिले हैं कि इस घोटाले में वरिष्ठ राज्य सरकार के अधिकारियों की भी संलिप्तता हो सकती है। CBI इस घोटाले में शामिल अन्य डॉक्टरों और व्यक्तियों की भी तलाश कर रही है।
एक वरिष्ठ CBI अधिकारी ने कहा, “हमें पता चला है कि डॉक्टरों और प्रशासन का एक गिरोह तबादलों के लिए रिश्वत लेने के रैकेट में शामिल था। जो डॉक्टर अपनी पसंद के मेडिकल कॉलेजों में तबादला चाहते थे, उन्हें लगभग 20 से 30 लाख रुपये देने पड़ते थे। यह रैकेट पीड़िता को बेहद नागवार गुजरा और उसने इस अवैध प्रणाली के खिलाफ विभिन्न मंचों पर जोरदार विरोध किया।”