केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBO) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट- यूजी) का प्रश्न पत्र कथित रूप से लीक होने के मामले में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया जिसमें 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पटना में विशेष सीबीआइ अदालत के समक्ष दाखिल आरोपपत्र में एजंसी ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, सबूत नष्ट करने आदि सहित भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराएं लगाई हैं। केंद्रीय एजंसी ने नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादवेन्दु, आशुतोष कुमार 1, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार-2, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज को नामजद किया है। बिहार पुलिस ने पांच मई को परीक्षा की तिथि से लेकर 23 जून को सीबीआइ द्वारा मामले की जांच अपने हाथ में लिए जाने तक की अवधि में इन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपपत्र में 13 आरोपियों की कथित भूमिका और जांच का ब्योरा दिया गया है। सीबीआइ के प्रवक्ता ने कहा कि स्मरण रहे कि यह मामला शुरू में पांच मई, 2024 को पटना के शास्त्री नगर थाने में दर्ज किया गया था और बाद में 23 जून, 2024 को सीबीआइ को स्थानांतरित कर दिया गया। एजंसी ने आरोपियों के खिलाफ सबूत एकत्र करने के लिए उन्नत फारेंसिक तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता प्रौद्योगिकी, सीसीटीवी फुटेज, टावर लोकेशन विश्लेषण आदि का उपयोग किया। एजंसी ने मामले में अब तक 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि बिहार पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीबीआइ ने झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल से कथित लीक की साजिश रचने और उसे अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों और सूत्रधार के खिलाफ अपनी जांच जारी रखी है, जिसका विस्तृत ब्योरा आगामी आरोपपत्र में दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि नीट पर्चाफोड़ मामले की जांच के दौरान एजंसी ने मुख्य आरोपी पंकज कुमार को गिरफ्तार किया, जिसने ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य और राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) के हजारीबाग नगर समन्वयक एहसानुल हक और उप-प्रधानाचार्य एवं पांच मई को हुई परीक्षा के परीक्षा केंद्र अधीक्षक इम्तियाज आलम के साथ सांठगांठ करके स्कूल से नीट स्नातक के प्रश्नपत्र की चोरी की। उन्होंने कहा कि तीनों आरोपियों को केंद्रीय एजंसी ने गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ आरोपपत्र जल्द दाखिल किया जाएगा।