विवादास्पद IAS पूजा खेडकर के खिलाफ केंद्र ने शुरू की जांच

फर्जीवाड़ा कर शारीरिक दिव्यांगता श्रेणी और ओबीसी कोटे का लाभ लेने का आरोप

अतिरिक्त सचिव मामले की जांच करेंगे और दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगे

केंद्र ने विवादास्पद परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के ‘उम्मीदवारी दावों और अन्य विवरणों’ की जांच के लिए बृहस्पतिवार को एक सदस्यीय समिति का गठन किया। खेडकर (34) पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल होने के लिए शारीरिक दिव्यांगता श्रेणी और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटा के तहत लाभों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के अतिरिक्त सचिव मामले की जांच करेंगे और दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगे। कार्मिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘केंद्र सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 और इससे पहले की सीएसई (सिविल सेवा) परीक्षाओं की अभ्यर्थी पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर की उम्मीदवारी के दावों और अन्य विवरणों को सत्यापित करने के लिए भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव स्तर के एक वरिष्ठ अधिकारी की अध्यक्षता में एक सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।’ पूजा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं

जिनमें वह वीआईपी नंबर वाली निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती का इस्तेमाल करती दिख रही हैं। उनकी कार पर महाराष्ट्र शासन की तख्ती भी लगी है। इसके अलावा खेड़कर ने जिला प्रशासन से वीआईपी नंबर प्लेट वाली आधिकारिक कार, आवास, पर्याप्त कर्मचारियों वाला एक आधिकारिक कक्ष और सुरक्षा के लिए एक कांस्टेबल नियुक्त करने की मांग की थी। जबकि, नियमों के मुताबिक प्रशिक्षु अधिकारियों को ये सुविधाएं नहीं दी जाती हैं।

पुलिस के लिए भी नहीं खुला बंगले का दरवाजा

जब पुणे पुलिस की एक टीम बृहस्पतिवार को यहां पाषाण क्षेत्र में खेडकर के बंगले पर लालबत्ती और वीआईपी नंबर संबंधी उल्लंघन के सिलसिले में ऑडी कार का निरीक्षण करने गई, तो उसे बंगले के द्वार बंद मिले। एक मराठी समाचार चैनल ने दिखाया कि गेट के अंदर उनकी मां थीं और वह कैमरा टीम को मौके से भगाने की कोशिश कर रही थीं।

ऑडी में घूमने वाली पूजा बोलेरो में पहुंचीं

आईएएस की 32 वर्षीय परिवीक्षाधीन अधिकारी खेडकर ने अलग केबिन और कर्मियों की मांग कर विवाद खड़ा कर दिया था जिसके बाद प्रशिक्षण पूरा होने से पहले ही उनका तबादला पुणे से विदर्भ क्षेत्र के वाशिम में कर दिया गया। उन्होंने बृहस्पतिवार को विदर्भ क्षेत्र के वाशिम जिला समाहरणालय में सहायक जिलाधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला। पुणे में अपने कार्यकाल के दौरान लालबत्ती वाली शानदार ऑडी कार के बजाय बृहस्पतिवार को खेडकर को जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई एक साधारण बोलेरो कार से उतरते देखा गया।

निजी कार पर लालबत्ती के अनधिकृत इस्तेमाल की जांच करेगी पुणे पुलिस

पुणे पुलिस विवादास्पद आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पुणे में पदस्थापन के दौरान उनकी निजी कार पर अनधिकृत तौर पर ‘लाल और नीली बत्ती लगाने तथा महाराष्ट्र पुणे पुलिस विवादास्पद आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पुणे में पदस्थापन के दौरान उनकी निजी कार पर अनधिकृत तौर पर ‘लाल और नीली बत्ती लगाने तथा महाराष्ट्र

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