झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उच्च शिक्षा एवं जल संसाधन मंत्री, चंपाई सोरेन, सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इस बार उनका दौरा राजनीतिक नजरिए से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जबकि पिछली बार उन्होंने अपने दिल्ली प्रवास को निजी कारण बताया था। इससे यह दौरा पिछली बार से अलग माना जा रहा है, और राजनीतिक हलकों में अटकलों का बाजार गर्म है।
अटकलों का बाजार गर्म
सूत्रों के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों में उनके नए राजनीतिक सफर का खुलासा हो सकता है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं या नया संगठन बना सकते हैं। भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव सह प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व सरमा ने भी इस बात का संकेत दिया कि पार्टी का स्टैंड अगले कुछ दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।
राजनीतिक हलचल
चंपाई सोरेन के इस दौरे के चलते झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई है। उनके अगले कदम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। चंपाई सोरेन 29 अगस्त को होने वाली हेमंत कैबिनेट की बैठक से पहले अपने राजनीतिक भविष्य का फैसला कर सकते हैं।
कुछ दिनों पहले चंपाई ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट किया था, जिसमें उनकी झामुमो से नाराजगी साफ झलक रही थी। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपाई को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली थी, लेकिन हेमंत के जेल से बाहर आते ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया। झामुमो नेतृत्व के इस फैसले से चंपाई नाराज माने जा रहे हैं।
चंपाई सोरेन के दिल्ली दौरे और संभावित राजनीतिक फैसले से झारखंड की राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत हो सकती है। अब सभी की नजरें इस पर हैं कि आने वाले दिनों में चंपाई क्या कदम उठाएंगे।