उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम के पैदल रास्ते पर रविवार सुबह पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में की मौत हो गई और पांच आने से तीन लोगों अन्य घायल हो गए। रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसा सुबह करीब साढ़े सात बजे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर चीरबासा के पास हुआ, जहां पहाड़ी से मलबा और भारी पत्थर नीचे गिरने लगे। रजवार के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि मलबे से अब तक तीन लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि पांच अन्य को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है। सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से एसडीआरएफ, वाईएमएफ और पुलिस की टीमें मौके के लिए रवाना हुईं और बचाव तथा राहत कार्य शुरू किया। घायलों को गौरीकुंड अस्पताल पहुंचाया गया। में हादसे में किशोर अरुण परते उम्र 31 वर्ष निवासी नागपुर महाराष्ट्र, सुनील महादेव काले उम्र 24 वर्ष निवासी जालना, महाराष्ट्र एवं अनुराग विष्ट निवासी तिलवाड़ा रुद्रप्रयाग की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा चेला भाई चौधरी गुजरात निवासी, जगदीश पुरोहित निवासी गुजरात, अभिषेक चौहान निवासी, महाराष्ट्र, धनेश्वर डांडे निवासी नागपुर महाराष्ट्र और हरदाना भाई पटेल निवासी गुजरात घायल हो गए। इनमें से कुछ यात्री गंभीर घायल है। रुद्रप्रयाग प्रशासन का कहना है कि बरसात पहाड़ी से पत्थर गिरते रहते हैं। पहाड़ी इतनी खड़ी है कि नीचे से ऊपर कुछ भी नहीं दिखाई देता है। इसलिए जो श्रद्धालु भगवान के केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं वे संभलकर यात्रा करें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर शोक जताते हुए कहा कि घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस संबंध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं।