अगर आप होम लोन या कार लोन के कस्टमर हैं, तो आपको आने वाले दिनों में अपनी ईएमआई (EMI) बढ़ी हुई मिलेगी। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने अपने सीमांत निधि लागत आधार ऋण दर (MCLR) को बढ़ा दिया है, जिससे लोन की लागत बढ़ जाएगी।
MCLR क्या है? MCLR (Marginal Cost of Funds based Lending Rate) वह दर है जिस पर बैंक नए लोन को जारी करते हैं और मौजूदा लोन पर ब्याज दर तय करते हैं। यह दर बैंक की मौजूदा लोन की लागत, प्रीमियम अवधि, संचालन खर्च और नकदी भंडार अनुपात पर आधारित होती है।
हालिया परिवर्तन:
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB):
- एक महीने की MCLR 8.30% से बढ़ाकर 8.35%
- तीन महीने की MCLR 8.50% से बढ़ाकर 8.55%
- छह महीने की MCLR 8.70% से बढ़ाकर 8.75%
- एक साल की MCLR 8.85% से बढ़ाकर 8.90%
- तीन साल की MCLR 9.15% से बढ़ाकर 9.20%
- बैंक ऑफ इंडिया (BOI):
- एक साल की MCLR 8.90% से बढ़ाकर 8.95%
यह बढ़ोतरी गुरुवार से प्रभावी हो गई है, और अन्य बैंक भी जल्द ही अपनी MCLR दरों को बढ़ा सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, जिन लोगों ने पहले से इन बैंकों से ऋण ले रखा है, उनकी ईएमआई में भी वृद्धि होगी।
ऑनलाइन सुविधाएं और शुल्क: वहीं, एचडीएफसी बैंक ने भी अपने ग्राहकों को ऑनलाइन निवेश मंचों पर सतर्क रहने की सलाह दी है। बैंक ने चेताया है कि फर्जी निवेश मंच और ऐप्स उच्च रिटर्न का वादा करके निवेशकों को धोखा दे सकते हैं। इन मंचों पर नकली डैशबोर्ड और असामान्य लाभ का वादा करने वाले झांसे शामिल हैं।
बैंक द्वारा MCLR में वृद्धि से लोन की लागत में इजाफा होगा, जिससे आपके लोन की EMI बढ़ सकती है। इस वृद्धि का असर कार लोन और होम लोन पर भी पड़ेगा, जिससे आपको भविष्य में अपनी EMI की योजना को पुनः व्यवस्थित करने की आवश्यकता हो सकती है।