मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है।
लैस आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए एक कैप्टन समेत सेना के चार जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आतंकियों की तलाश और उनके सफाए के लिए अतिरिक्त बल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी समेत सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। तीन सप्ताह में डोडा जिले के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है। सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के मुताबिक चार सैन्यकर्मियों की हत्या करने वाले आतंकवादी उसी समूह के हैं, जो नौ जुलाई की शाम को सुरक्षा बलों और पुलिस पर हमला करने के बाद जंगल में भाग गए थे। ताजा घटना कठुआ जिले के दूरस्थ माचेड़ी वन क्षेत्र में सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए हमले के एक सप्ताह बाद हुई है जिसमें पांच सैनिक शहीद और कई अन्य घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने सोमवार देर शाम डोडा शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। कुछ देर की गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन एक अधिकारी के नेतृत्व में बहादुर जवानों ने दुर्गम इलाके और घने जंगल के बावजूद उनका पीछा किया, जिसके बाद रात करीब नौ बजे जंगल में फिर से गोलीबारी हुई। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए और अधिकारी समेत चार जवानों ने बाद में दम तोड़ दिया। राज्यपाल सिन्हा ने एक्स पर लिखा कि हम अपने सैनिकों की शहादत का बदला लेंगे और आतंकवादियों व उनके मददगारों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे। मैं लोगों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और हमें उनके बारे में जानकारी देने का आह्वान करता हूं ताकि हम आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर सकें और आतंकियों के तंत्र को बेअसर कर सकें। डोडा जिले में हमारी सेना के जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों पर हुए कायरतापूर्ण हमले की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे देश की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। भारतीय सेना के अपर जन सूचना महानिदेशालय ने एक्स पर लिखा कि भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है। ‘वाइट कोर’ के नाम से पहचाने जाने वाली सेना की 16वीं कोर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से डोडा के उत्तरी क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।