गाजियाबाद में एक 14 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद उपद्रव मच गया। पुलिस का दावा है कि अफवाह फैलाकर स्थिति को भड़काया गया। डीसीपी निमिष पाटील के अनुसार, गुरुवार शाम को कुछ असामाजिक तत्वों ने झूठा प्रचार किया कि दुष्कर्म एक गैंगरेप था, जिससे हिंसा भड़क उठी।
मुख्य आरोपी फैजान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ आरोप है कि उसने अपने घर में घुसकर किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। फैजान के कुछ दोस्त घटना के समय मौके पर मौजूद थे, जिनकी तलाश की जा रही है। इस पूरे विवाद के बाद अब घटनास्थल पर लगभग पांच थानों का पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोपी की कबाड़ी की दुकान पर हमला किया, और वहां खड़े ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया। इस हिंसा के चलते करीब 1500 लोग प्रदर्शन कर रहे थे और कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया।
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि दुष्कर्म की घटना में चार लोग शामिल थे और उन्होंने सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के कबाड़ी की दुकान पर धावा बोलते हुए वहां तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सूर्यनगर पुलिस चौकी पर भीड़ ने जमकर हंगामा किया, जिससे पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
खुफिया एजेंसियों की असफलता की ओर इशारा करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कंप्यूटर प्रिंट पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर विभिन्न स्लोगन लिखे थे। इनमें मुख्य रूप से आरोपी को फांसी देने की मांग की गई थी। प्रदर्शन में अधिकतर महिलाएं शामिल थीं, जो पीड़िता के आस-पड़ोस की निवासी थीं।
हिंदू संगठनों का कहना है कि बृजविहार क्षेत्र में कबाड़ी की दुकानों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। जब फैजान की दुकान में तोड़फोड़ की गई, वहां से बंदूक की गोलियों की बेल्ट भी बरामद की गई। इस बेल्ट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
डीसीपी निमिष पाटील ने कहा कि पीड़िता की उम्र 16 साल है और उसके परिवार ने सबसे पहले पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज किया और फैजान को गिरफ्तार कर लिया। बाद में फैलाए गए अफवाहों के बाद उपद्रव हुआ। पुलिस अब वीडियो फुटेज के माध्यम से उपद्रवियों की पहचान कर रही है और उनकी गिरफ्तारी की कार्रवाई जारी है।