केंद्र सरकार ने देशभर में आठ नए नेशनल हाईवे कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं का कुल खर्च लगभग 50,655 करोड़ रुपये होगा और ये विभिन्न राज्यों और शहरों को जोड़ेंगे, जिससे यातायात की सुविधा और आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। निम्नलिखित हैं इन प्रमुख परियोजनाओं की विशेषताएँ:
1. आगरा-ग्वालियर 6-लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर:
लंबाई: 88 किलोमीटर
लागत: 4,613 करोड़ रुपये
फायदा: आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा समय 50% कम होगा, जिससे पर्यटन स्थलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
2. खड़गपुर-मोरेग्राम 4-लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर:
लंबाई: 231 किलोमीटर
लागत: 10,247 करोड़ रुपये
फायदा: पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश से उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीच यात्रा समय 3 से 5 घंटे हो जाएगा।
3. अहमदाबाद 6-लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर:
लंबाई: 214 किलोमीटर
लागत: 10,534 करोड़ रुपये
फायदा: थराड और अहमदाबाद के बीच यात्रा समय 60% कम होगा।
4. अयोध्या 4-लेन रिंग रोड:
लंबाई: 68 किलोमीटर
लागत: 3,935 करोड़ रुपये
फायदा: शहर के नैशनल हाइवे पर यातायात की भीड़भाड़ कम होगी और राम मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी।
5. कानपुर 6-लेन रिंग रोड:
लंबाई: 47 किलोमीटर
लागत: 3,298 करोड़ रुपये
फायदा: कानपुर के चारों ओर लंबी दूरी के यातायात को शहर के यातायात से अलग करेगा।
6. रायपुर-रांची 4-लेन हाई-स्पीड कॉरिडोर:
साइट: पत्थलगांव और गुमला के बीच
लागत: विवरण उपलब्ध नहीं
7. उत्तरी गुवाहाटी बाईपास:
लंबाई: विवरण उपलब्ध नहीं
8. मौजूदा गुवाहाटी बाईपास का विस्तार:
लंबाई: विवरण उपलब्ध नहीं
ये परियोजनाएँ भारत की सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देंगी। उनके कार्यान्वयन से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा और माल की आवाजाही में आसानी होगी।